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मशीन जांचेगी कहीं आप ‘पीके’ तो नहीं

शराबबंदी. ब्रेथ एनालाइजर खरीदेगा विभाग सभी जिलों से जरूरत के हिसाब से इनकी संख्या तय कर रिपोर्ट भेजने को कहा जिलों से मशीन की संख्या आने के बाद इसे खरीदने की प्रक्रिया होगी शुरू चौक-चौराहों पर वाहन चेकिंग के साथ पुलिस वालों के पास होगी यह मशीन पटना : राज्य में एक अप्रैल से शराबबंदी […]

शराबबंदी. ब्रेथ एनालाइजर खरीदेगा विभाग
सभी जिलों से जरूरत के हिसाब से इनकी संख्या तय कर रिपोर्ट भेजने को कहा
जिलों से मशीन की संख्या आने के बाद इसे खरीदने की प्रक्रिया होगी शुरू
चौक-चौराहों पर वाहन चेकिंग के साथ पुलिस वालों के पास होगी यह मशीन
पटना : राज्य में एक अप्रैल से शराबबंदी लागू होने के बाद पियक्कड़ों की खैर नहीं रहेगी. शराब का अवैध रूप से सेवन करने वालों पर नकेल कसने के लिए उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग ‘ब्रेथ-एनालाइजर’ मशीन खरीदेगा. इस मशीन की मदद से शराब पीनेवालों की सांसों की जांच कर सच्चाई का पता लगाया जा सकता है. इस मशीन को खरीदने के लिए उत्पाद विभाग ने सभी जिलों से प्रस्ताव तैयार कर मांग के हिसाब से इनकी संख्या भेजने को कहा है.
सभी जिलों से मशीन की संख्या आने के बाद इसे खरीदने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. राज्य में पहली बार इतने बड़े स्तर पर ब्रेथ-एनालाइजर खरीदने की कवायद शुरू की गयी है. इस मशीन को प्रत्येक चौक-चौराहों पर वाहनों की चेकिंग करने वाले पुलिस बलों को भी दिया जायेगा, ताकि चेकिंग के दौरान वाहन चलानेवाले किसी व्यक्ति की भी जांच की जा सके कि वे शराब पीकर गाड़ी चला रहा है या नहीं. फिलहाल राज्य सरकार के पास ब्रेथ-एनालाइजर मशीन मौजूद नहीं है. वर्तमान में शराब पीनेवालों का पता मुंह सूंघकर ही लगाया जाता है. इस मशीन के आने के बाद से किसी को मुंह सूंघने की जहमत नहीं उठानी पड़ेगी.
ऐसे काम करता है ब्रेथ एनालाइजर
ब्रेथ एनालाइजर एक खास किस्म की मशीन है, जिसका आकार छोटा होता है. इसके एक सिरे को व्यक्ति के मुंह में डाला जाता है. इससे यह पता चल जाता है कि संबंधित व्यक्ति ने किसी रूप में एल्कोहल लिया है या नहीं. इसमें कुछ उन्नत किस्म की मशीन भी आती है, जिससे यहां तक पता चल जाता है कि व्यक्ति ने कितनी देर पहले शराब पी है. कुछ निश्चित घंटों के बाद भी एल्कोहल का पता लगाने में यह मशीन कारगर है. शराब की गंध छिपाने के लिए कई लोग अनेक तरह के माउथ-फ्रेशनर या स्प्रे आदि का इस्तेमाल करते हैं. यह मशीन इन उपायों को धत्ता बताकर एल्कोहल का पता लगाने में भी पूरी तरह से कारगर है.
शराबबंदी के लिए अब तक की पहल
-राज्य में शराबबंदी को कारगर तरीके से लागू करने के लिए सरकार ने कई स्तर पर तैयारी कर ली है. 1 अप्रैल के बाद से राज्य में किसी रूप में देसी शराब नहीं मिलेगी और न ही अवैध शराब का कहीं कारोबार हो पायेगा.
-सीएम ने आदेश दिया कि अगर अवैध शराब से किसी की मौत होती है, तो इसके कारोबारियों को मौत तक की सजा हो सकती है.
-शराबबंदी के कानून को सख्ती से लागू करने को सभी थानों को संवेदनशील रहने का आदेश दिया गया है.
-इसके लिए चौबीसो घंटे काम करने वाली एक हेल्पलाइन जल्द शुरू की जायेगी. अवैध शराब की सूचना कभी भी कोई दे सकता है.
-उत्पाद विभाग को 250 अतिरिक्त सैप के जवान दिये गये हैं. प्रत्येक जिले को 10-10 सैप मिले.
-इनकी प्रतिनियुक्ति उत्पाद विभाग में कर पूरे राज्य में सघन छापेमारी अभियान चलाने को कहा गया
-सभी जिलों को प्रत्येक महीने छापेमारी करने का टारगेट दिया गया
-छापेमारी को अंजाम करने
के लिए सभी जिलों को 5-5 अतिरिक्त गाड़ियां मुहैया करायी गयी
-सारण, पटना, भोजपुर जिलों के दियारा क्षेत्र में छापेमारी के लिए नाव और मोटरबोट भी दिये गये.

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