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20 करोड़ रुपये का कारोबार बाधित

पटना : पटना केमिस्ट्स एंड ड्रग एसोसिएशन के आह्वान पर सोमवार को शहर के दवा दुकानदार हड़ताल पर रहे. करीब 3000 दवा दुकानें बंद रहीं और 20 करोड़ के व्यवसाय पर असर पड़ा है. औषधि विभाग की गलत छापेमारी के विरोध में एसोसिएशन ने हड़ताल बुलायी. केवल सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों और उनके सामने संचालित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 23, 2016 7:10 AM
पटना : पटना केमिस्ट्स एंड ड्रग एसोसिएशन के आह्वान पर सोमवार को शहर के दवा दुकानदार हड़ताल पर रहे. करीब 3000 दवा दुकानें बंद रहीं और 20 करोड़ के व्यवसाय पर असर पड़ा है.
औषधि विभाग की गलत छापेमारी के विरोध में एसोसिएशन ने हड़ताल बुलायी. केवल सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों और उनके सामने संचालित दवा दुकानें खुली रहीं. हड़ताल का असर सुबह से ही देखने को मिलने लगा. एसोसिएशन के पदाधिकारी शहर भर में घूम-घूम कर दवा दुकानों पर नजर रखे हुए थे. शहर के 3500 दवा दुकानों में 1700 रिटेलर और 1200 होल सेलर की दुकानें बंद रहीं.
औषधि विभाग के खिलाफ नारेबाजी : पटना केमिस्ट्स एंड ड्रग एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष पीके सिंह के नेतृत्व में जीएम रोड स्थित महिमा प्लेस में सभी दवा व्यवसायी धरने पर बैठे और नारेबाजी की. एसोसिएशन के संतोष कुमार ने बताया कि औषधि विभाग उन दुकानों पर भी छापा मार रही है, जो लाइसेंसी हैं. उन्होंने कहा कि पूरे पटना जिले में छह हजार से अधिक बिना लाइसेंस की दुकानें संचालित हो रही हैं, लेकिन उन दुकानों पर आज तक कार्रवाई नहीं हुई है.
चार घंटे तक मरीज हुए परेशान : दवा दुकानें बंद होने से मरीजों को सबसे अधिक परेशानी सुबह 8 बजे से 12 बजे तक हुआ. पीएमसीएच के गोविंद मित्रा रोड पर चार घंटे दुकान बंद होने से मरीजों को दवा मिलने में काफी परेशानी हुई. पीएमसीएच में अधिकांश दवाओं की कमी होने से मरीजों व उनके परिजनों को दूसरे अस्पतालों की ओर दौड़ लगानी पड़ी. हालांकि दोपहर 12 बजे के बाद दुकानों को खोल दिया गया, इसके बाद लोगों को राहत मिली.
28 को बैठक का लिया जायेगा निर्णय : प्रदेश अध्यक्ष पीके सिंह ने कहा कि 28 फरवरी को पूरे बिहार दवा एसोसिएशन के स्तर पर बैठक का आयोजन किया गया है. अगर तय तारीख के अंदर औषधि विभाग हमारी मांगों पर विचार नहीं करता है, तो पूरे बिहार में दवा दुकानें बंद रहेंगी.
पटना : दवा कारोबारियों पर छापेमारी का असर नहीं पड़ेगा. जो दवा दुकानें नियमों का पालन करेंगी, उनको औषधि विभाग परेशान नहीं करेगा. यह आश्वासन सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय में विभागीय सचिव आरके महाजन ने दिया. औषधि विभाग को सही तरीके से छापेमारी करने आदि कई मांगों को लेकर सोमवार को पटना केमिस्ट्स एंड ड्रग एसोसिएशन ने स्वास्थ्य विभाग के सचिव आरके महाजन से मुलाकत की.
जानकारी देते हुए एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष पीके सिंह ने कहा कि मुलाकात में सचिव महाजन ने कहा कि औषधि विभाग के इंस्पेक्टर स्टैंडर ऑपरेशन फार्मूला (एसओपी) के तहत छापेमारी करेंगे. एसओपी के तहत जो स्टैंडर्ड दुकान आती हैं, उनको पहले चेतावनी दी जायेगी. इसके अलावा औषधि विभाग उन दुकानों पर भी छापेमारी करेगी, जो बिना लाइसेंस के चल रहे हैं.

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