जमीन मिले, तो बचे ‘उड़ान’
एक किमी जमीन की दरकार, 14 डिग्री टिंट कर 9000 फुट का होेगा रनवे राज्य सरकार को प्रस्ताव देगी एयरपोर्ट अथॉरिटी पटना : एयरपोर्ट प्रशासन ने भले ही डीजीसीए की आपत्तियों को दूर कर लाइसेंस प्राप्त कर लिया हो, लेकिन छोटा रनवे अब भी उनके लिए बड़ी परेशानी का सबब बना हुआ है. इस समस्या […]
एक किमी जमीन की दरकार, 14 डिग्री टिंट कर 9000 फुट का होेगा रनवे
राज्य सरकार को प्रस्ताव देगी एयरपोर्ट अथॉरिटी
पटना : एयरपोर्ट प्रशासन ने भले ही डीजीसीए की आपत्तियों को दूर कर लाइसेंस प्राप्त कर लिया हो, लेकिन छोटा रनवे अब भी उनके लिए बड़ी परेशानी का सबब बना हुआ है. इस समस्या को दूर करने के लिए एयरपोर्ट प्रशासन ने काफी मंथन के बाद नया प्रस्ताव तैयार किया है.
इसको पूरा करने के लिए पश्चिमी फुलवारी छोर पर करीब एक किमी जमीन की आवश्यकता होगी. जमीन मिलने पर वर्तमान रनवे को 14 डिग्री टिंट कर नया व सुरक्षित रनवे तैयार किया जा सकता है. एयरपोर्ट अथॉरिटी इसके लिए प्रस्ताव बना कर जल्द ही राज्य सरकार को देगी.
बदलाव कर बनने वाला नया
रनवे डीजीसीए के मानक के मुताबिक 9000 फुट का सुरक्षित रनवे होगा. फिलहाल पटना एयरपोर्ट का रनवे 6500 फुट (2072 मीटर) ही लंबा है, जिसके चलते लैंड करने वाले पायलट को इमरजेंसी ब्रेक लगाना पड़ता है.
नये रनवे के लिए फुलवारी छोर पर वोल्टास व स्पीडफ्राफ्ट फैक्ट्री सहित आस पास की जमीन का अधिग्रहण करना होगा.
घंटा घर और रेलवे लाइन बाधा: अधिकारियों के मुताबिक पूरब में सचिवालय घंटा कर और पश्चिम में रेलवे लाइन के ट्रैक्शन वायर के चलते वर्तमान उपलब्ध रनवे का पूरा इस्तेमाल नहीं हो पाता है. इसके चलते लैंड करने वाली फ्लाइट निर्धारित जगह पर नीचे नहीं आ पाती.
इसके चलते रनवे का कुछ हिस्सा पीछे छूट जाता है और फ्लाइट को अपनी लैंडिंग प्वाइंट आगे बढ़ानी पड़ती है. जमीन मिलने पर बनने वाले नये रनवे पर सचिवालय घंटा घर या रेलवे लाइन के ट्रैक्शन वायर का भी असर नहीं पड़ेगा. वर्तमान रनवे के पूरे इस्तेमाल के लिए पूरब दिशा में चितकोहरा पुल तक भी एयरपोर्ट का विस्तार किया जा सकता है.
तो बनेगा एयरपोर्ट टर्मिनल : एयरपोर्ट निदेशक राजेंद्र सिंह लाहौरिया ने बताया कि एयरपोर्ट के विस्तार को लेकर आइसीएआर व एसटीएफ की 55 एकड़ जमीन की मांग राज्य सरकार से की गयी है. अगर राज्य सरकार यह जमीन देने को तैयार हो जाय तो वहां एयरपोर्ट टर्मिनल बनाया जायेगा. इस एयरपोर्ट टर्मिनल में जरूरत के तमाम अत्याधुनिक उपकरण होंगे.
बिहटा के विकल्प पर भी विचार: निदेशक ने बताया कि पटना एयरपोर्ट के विस्तार राज्य सरकार पर ही निर्भर है. केंद्र नागरिक उड्डयन मंत्री ने हाल ही में इसको लेकर राज्य सरकार से जमीन मांगी थी. हालांकि सरकार द्वारा उचित कदम नहीं उठाये जाने की स्थिति में बिहटा में एयरफोर्स स्टेशन के साथ मिल कर नये एयरपोर्ट के विकल्प पर भी विचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मास्टर प्लान में पुनपुन में एयरपोर्ट को लेकर जगह छोड़ी गयी है, पर राज्य सरकार ने कोई जानकारी नहीं दी है.
27 मार्च से पटना एयरपोर्ट से चार नयी फ्लाइटें
पटना. 27 मार्च से पटना एयरपोर्ट से चार नयी फ्लाइट उड़ेंगी. इनमें तीन फ्लाइट इंडिगो की जबकि एक फ्लाइट गो एयर की होगी. एयरपोर्ट निदेशक राजेंद्र सिंह लाहौरिया ने बताया कि फिलहाल पटना एयरपोर्ट से 21 फ्लाइट रोजाना उड़ान भर रही हैं, जिसकी संख्या अगले महीने बढ़ कर 24 हो जायेगी. उन्होंने बताया कि जेट की सुबह की कोलकाता फ्लाइट बंद हो रही है. सिर्फ उसकी शाम की कोलकाता फ्लाइट ही चालू रहेगी. इंडिगो की फ्लाइट का रूट अभी निर्धारित नहीं है. एक फ्लाइट गो-एयर की होगी, जिसे बंगलोर-पटना-रांची के बीच चलाया जायेगा