राज्यपाल से मिले एनडीए नेता, कहा अभिभाषण में राज्य के हालात का जिक्र करें

पटना : एनडीए के प्रमुख नेताओं का शिष्टमंडल बुधवार को राज्यपाल से मिला तथा राज्य की ज्वलंत समस्याओं से उन्हें अवगत कराते हुए गुरुवार से शुरू हो रहे विधान मंडल के संयुक्त अधिवेशन में दिये जानेवाले अभिभाषण में उसे शामिल करने का अनुरोध किया. राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में कानून – व्यवस्था से लेकर धान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 25, 2016 6:41 AM
पटना : एनडीए के प्रमुख नेताओं का शिष्टमंडल बुधवार को राज्यपाल से मिला तथा राज्य की ज्वलंत समस्याओं से उन्हें अवगत कराते हुए गुरुवार से शुरू हो रहे विधान मंडल के संयुक्त अधिवेशन में दिये जानेवाले अभिभाषण में उसे शामिल करने का अनुरोध किया. राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में कानून – व्यवस्था से लेकर धान खरीद, पंचायत चुनाव में आरक्षण कोटे को बढ़ाने, एनडीए नेताओं की हत्या, विधायक द्वारा नाबालिग के साथ दुष्कर्म आदि का चर्चा की गयी है.
शिष्टमंडल में भाजपा के सुशील कुमार मोदी, मंगल पांडेय, डा. प्रेम कुमार,नंदकिशोर यादव, लालबाबू प्रसाद, संजय मयूख, मिथिलेश तिवारी, अरूण कुमार सिन्हा, सुनील कुमार, हम से वृषिण पटेल, दानिश रिजवान, लोजपा से डा. सत्यानंद शर्मा, राजू तिवारी, नूतन सिंह, रालोसपा से कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष ललन पासवान व सुधांशु शेखर शामिल थे.
राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में ध्वस्त कानून व्यवस्था के साथ – साथ भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विशेश्वर ओझा व लोजपा नेता बृजनाथी सिंह एवं भाजपा नेता केदार सिंह की हत्या, दरभंगा में दो इंजीनियरों की हत्या के बाद निर्माण कार्य ठप, पटना में स्वर्ण व्यवसायी की हत्या, मुजफ्फरपुर तथा सीवान में व्यवसायियों की हत्या नवादा के दुष्कर्म जैसी घटना, जोकीहाट के जदयू विधायक द्वारा राजधानी एक्सप्रेस में महिला दंपति के साथ छेड़खानी,विक्रम के कांग्रेस विधायक द्वारा लड़की अपहरण की चर्चा की गयी है.
पूर्णिया के जदयू सांसद एवं विधायक द्वारा कुख्यात अपराधी अवधेश मंडल को थाने से जबरन छुड़ाकर ले जाना, नीरज मंडल विधायक द्वारा डीएसपी को गंगा में फेंक देने जैसी धमकी एवं अतरी के विधायक पुत्र द्वारा डाक्टर को दौड़ा–दौड़ाकर पीटे जाने जैसी घटनाओं की चर्चा की गयी है.
राज्यपाल से पंचायत चुनावों में अति पिछड़ों एवं दलितों के दलितों के लिये निर्धारित आरक्षण के कोटे को 50 प्रतिशत बढ़ाने का अनुरोध किया गया है.
राज्य में बालू उत्खनन पर रोक एवं गिट्टी की कमी के कारण हो रही दिक्कत , अस्पतालों में दवाओं की कमी , धान की खरीद में लापरवाही गन्ना किसानों के साथ सरकार का सौतेला रवैया.
अनुसूचित जाति/जनजाति के छात्रों के साथ छात्रवृति में गड़बड़ी , दवा व्यवसायियों की हड़ताल,टैक्स में वृद्धि , महात्मा गांधी सेतु एवं दीघा रेल पुल पर सरकार की उदासीनता ,सरकार पंसद नेताओं एवं अपराधियों के मुकदमे वापस,
शराबबंदी का नाटक, वेतन के अभाव में शिक्षकों की परेशानी , ऐतिहासिक मूर्तियों की चोरी आदि की चर्चा की गयी है.
राज्यपाल से मिलने गये शिष्टमंडल में यह नेता थे शामिल

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