पटना : वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने केंद्र के आम बजट को घोर निराशा वाला और बिहार के साथ वादाखिलाफी करने वाला बताया है. उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान बिहार आकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1.25 लाख रुपये का विशेष पैकेज राज्य को देने की घोषणा की थी.
इसका किसी तरह का कोई जिक्र तक नहीं किया गया है. यह बिहार के साथ पूरी तरह से वादाखिलाफी है. यह राज्य को घोर निराश करनेवाला है. पिछड़े राज्यों को बीआरजीएफ (बैकवर्ड रीजन ग्रांट फंड) के तहत मिलनेवाली अतिरिक्त सहायता तक को बंद कर दी गयी है. यह बिहार जैसे राज्यों के लिए घोर निराश करनेवाली बात है. यह पूरी तरह से बिहार की जनता के साथ वादाखिलाफी है. यह बजट महंगाई और गरीबी बढ़ानेवाला है.
पूंजीपतियों की मदद करने वाला बजट है. निम्न, मध्यम समेत आम लोगों की मदद करने वाला यह बजट नहीं है. नौकरी पेशा लोगों को इनकम टैक्स में राहत नहीं दी गयी है. इनकी जीपीएफ में जमा राशि को भी टैक्स के दायरे में ला दिया गया है. प्रदूषण और कृषि के नाम पर आम लोगों से सेश के माध्यम से अधिक कर वसूले जा रहे हैं. 19 लाख 78 हजार करोड़ के कुल बजट में कहा जा रहा है कि कृषि के लिए 36 हजार करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. इस बात का सिर्फ ढिंढोरा पीटा जा रहा है.
हकीकत देखने पर इसमें 15 हजार करोड़ किसानों के ऋण को माफ करने के लिए रखा गया है, जबकि रिपोर्ट के मुताबिक, 2014 में 42 किसान प्रति दिन के हिसाब से आत्महत्या की दर थी, जो 2015 में बढ़ कर 52 किसान प्रति दिन के हिसाब से हो गयी.