बिहार विधानसभा सत्र : धान खरीद को लेकर हंगामे के साथ मिली नीतीश को जन्मदिन की बधाई
पटना : बिहार विधानसभा में मंगलवार की कार्रवाई कई मामलों में रोचक रही. विपक्ष के नेता कई बार शायराना मिजाज में दिखे तो सत्ता पक्ष के नेता भी प्रश्नों के जवाब के साथ चुटकी लेते भी दिखे. विधानसभा शुरू होते ही भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विरोधी दल के नेता नंदकिशोर यादव ने मुख्यमंत्री […]
पटना : बिहार विधानसभा में मंगलवार की कार्रवाई कई मामलों में रोचक रही. विपक्ष के नेता कई बार शायराना मिजाज में दिखे तो सत्ता पक्ष के नेता भी प्रश्नों के जवाब के साथ चुटकी लेते भी दिखे. विधानसभा शुरू होते ही भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विरोधी दल के नेता नंदकिशोर यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जन्मदिन की हार्दिक बधाई दी. साथ ही प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने भी बधाई दी. सदन में मुख्यमंत्री मौजूद थे. चेहरे पर हल्की सी मुस्कान लिये मुख्यमंत्री सबकी बधाईयों को स्वीकार कर रहे थे. जब कार्रवाई शुरू हुई तो विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने कहा कि वे अपनी और पूरे सदन की ओर से सदन के नेता को जन्मदिन की बधाई दे रहे हैं.
धान खरीद में गड़बड़ी और बोनस नहीं देने पर हंगामा
धान खरीद और खरीद में गड़बड़ी के साथ किसानों को बोनस नहीं देने के मामले को लेकर बीजेपी के विधायकों ने विधानसभा गेट के पास हाथों में किसान विरोधी सरकार का बोर्ड लेकर प्रदर्शन किया. सदन में विपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने साफ कहा कि सूबे में किसानों की हालत काफी खराब है. सरकार ने तीस लाख मिट्रिक टन खरीद की बात की थी लेकिन अभी तक मात्र सात लाख मिट्रिक टन की खरीद हुई है वह भी विचौलियों के माध्यम से. सरकार इस मसले पर विचार करे नहीं तो विपक्ष आंदोलन को मजबूर हो जायेगा. प्रेम कुमार ने कहा कि हम धान खरीद मामले की सीबीआई जांच भी चाहते हैं.
शिक्षा मंत्री ने डिग्री कॉलेजों के बारे में सफाई दी
सूबे के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने सदन को बताया कि राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है कि अनुमंडलों में डिग्री कॉलेज खोले जायेंगे. साथ ही यदि किसी अनुमंडल में डिग्री कॉलेज नहीं है तो वहां डिस्टेंस एजुकेशन के तहत पढ़ाई करायी जायेगी. राज्य सरकार इसके लिये नालंदा ओपेन यूनिवर्सिटी से बातचीत करेगी. सदन में तारांकित प्रश्नों के जवाब में शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार जिन अनुमंडलों में डिग्री कॉलेज नहीं हैं वहां खोलने पर विचार करेगी. शिक्षा मंत्री ने मध्याह्न भोजन की सिस्टमेटिक व्यवस्था के अलावा शिक्षकों के अवकाश पर भी नये नियम बनाने की बात कही.
नंदकिशोर यादव ने पूछा मंत्री जी अपने सीट से हटे क्यों हैं
भाजपा के वरिष्ठ नेता नंद किशोर यादव के उस सवाल पर सदन हतप्रभ रह गया जब नंदकिशोर यादव ने कहा कि सूबे के पशुपालन मंत्री अपने सीट पर क्यों नहीं बैठे हैं. नंदकिशोर यादव ने जब सवाल किया उस वक्त पशुपालन मंत्री कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह के पास बैठे हुए थे. सदन की गरिमा की बात कहकर नंदकिशोर यादव ने तंज कसा तो मंत्री ने कहा कि वह वरिष्ठ नेता से कुछ सलाह लेने आये हैं. इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने पशुपालन मंत्री को नियम का हवाला देते हुए कहा कि आप नियम के अनुसार अपने आवंटित सीट पर ही बैठे.
बीजेपी विधायकों ने सदन के वेल में पहुंचकर किया हंगामा
आज सदन में धान खरीद का मुद्दा सुबह से ही गरम था. जब शून्यकाल में सदन की कार्रवाई शुरू हुई तो एनडीए के सदस्य किसानों को धान पर दी जाने वाली सब्सिडी और क्या बोनस दिया जायेगा इस पर जवाब चाह रहे थे. जैसे ही ध्यानाकर्षण की सूचना को पढ़ने की बात आयी तो हंगामें के बीच वीरेंद्र कुमार सिंह ने सूचना पढ़ी. वहीं सदन में बैठे संसदीय कार्य मंत्री द्वारा यह कहा जाना कि विपक्ष को सदन की कार्रवाई से कोई मतलब नहीं. इस बात से एनडीए के सदस्य भड़क गये और उसके बाद उन्होंने वेल में आकर हंगामा करना शुरू कर दिया. हंगामे के बाद विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने सदन की कार्रवाई दो बजे तक के लिये स्थगित कर दी.
बिहार बजट पर बरसे नंदकिशोर
सदन की कार्रवाई जब दोबारा शुरू हुई तो भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने बोलना शुरू किया. नंद किशोर यादव ने सरकार के बजट और उसके प्रावधानों पर वित्त मंत्री से सवाल किया. नंद किशोर ने कहा कि राजनीतिक मंशा के तहत बार-बार राज्य सरकार केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा कर रही है. जबकि राज्य सरकार का जो बजट में अपना पैसा है, क्या वह इस पैसे से बिहार का विकास कर लेगी. राज्य सरकार को केंद्र सरकार के पैसे की जरूरत नहीं पड़ेगी. उस पर वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि वह नंद किशोर यादव को जवाब देंगे. वहीं दूसरी ओर जब सत्ताधारी दल के नेताओं द्वारा कहा गया कि नंद किशोर यादव विपक्ष के नेता प्रेम कुमार को नहीं बोलने दे रहे हैं खुद बोल रहे हैं. उसपर नंद किशोर यादव ने कहा कि प्रेम कुमार मेरे बड़े भाई हैं. इसलिए मैं अपने शिष्टाचार का पालन कर रहा हूं.