लफंगों ने झांसा दे लूट ली इज्जत- कांप उठी रूह, आंसू मांग रहे इंसाफ

विजय सिंह 4 पटना vijay12november@gmail.com 24 फरवरी, 2016 से बिहार बोर्ड के इंटरमीडिएट की परीक्षा शुरू हो गयी है. परीक्षा केंद्रों पर नये-नये चेहरे दिखने लगे हैं. जो छात्र-छात्राएं क्लास में कभी नहीं नजर आये, वे भी अब उपस्थित हो रहे हैं. ऐसे में नये चेहरों पर डोरे डालने की लालसा तेज हो गयी है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 2, 2016 6:04 AM
विजय सिंह 4 पटना
vijay12november@gmail.com
24 फरवरी, 2016 से बिहार बोर्ड के इंटरमीडिएट की परीक्षा शुरू हो गयी है. परीक्षा केंद्रों पर नये-नये चेहरे दिखने लगे हैं. जो छात्र-छात्राएं क्लास में कभी नहीं नजर आये, वे भी अब उपस्थित हो रहे हैं. ऐसे में नये चेहरों पर डोरे डालने की लालसा तेज हो गयी है. शहर के मंजनुओं को खास मौका हाथ लग गया है. परीक्षा केंद्र के आसपास मंडरानेवाली हरकतें अपने शवाब पर हैं.
पूरे बिहार की जब यही स्थिति है, तो सासाराम नगर क्षेत्र इससे क्यों अछूता रहता. यहां भी बाल में पांच बार कंघी घूमा केशोहदे स्कूलों के इर्द-गिर्द मंडराने लगे हैं. नगर क्षेत्र के रहने वाले नेतवा उर्फ सलमान और कृष्णा अच्छे दोस्त हैं, एक जैसा सोच, एक जैसी हरकत. दिन भर शहर में घूमना और सड़क पर लड़कियों व महिलाओं को घूरना उनकी शगल है. लेकिन जब से परीक्षा शुरू हुई है, वह नगर क्षेत्र के स्कूलों के बाहर ही जम रहे हैं. एक इंटर की परीक्षार्थी (17) है, जो दोनों की नजर पर चढ़ गयी है. परीक्षा के पहले ही दिन रास्ते में मिली, तो उसका पीछा किया. पीछे-पीछे गये, तो स्कूल की जानकारी हो गयी. अब ठीक से पीछे लग लिये.
दूसरे दिन स्कूल गेट पर पहुंचे और परीक्षा के खत्म होने का इंतजार करने लगे. दोपहर एक बजे परीक्षा खत्म हुई. तमाम छात्राओं की भीड़ में दोनों की आंखें उसे ही तलाश रही हैं, तब तक वह दिख गयी. फिर उसके पीछे-पीछे गये, वह ऑटो में बैठी तो लफंगों ने भी पीछे बाइक लगा दी. इस बार उसका घर भी देख लिया. परीक्षा के तीसरे दिन भी यही हरकत हुई. अब पक्का पता चल चुका है यह छात्रा कहां से आती है और किस स्कूल में परीक्षा देने जाती है.
छात्रा को ले लिया झांसे में
27 फरवरी, 2016. आज परीक्षा का चौथा दिन है. नेतवा उर्फ सलमान और कृष्णा पूरी तैयारी के साथ छात्रा के स्कूल पर पहुंच गये. छात्रा को परीक्षा देने के लिए अंदर जाते देख लिया. इसके बाद दोनों ने साजिश रची कि परीक्षा छूटने के बाद छात्रा को किस तरह से ट्रेप करना है. वह इंतजार कर रहे हैं, जल्दी से परीक्षा के खत्म होने का. तीन घंटे के लंबे इंतजार के बाद दोपहर एक बजा है. स्कूल की घंटी बज गयी है. छात्र-छात्राओं का भारी हुजूम स्कूल के कमरों से निकल रहा है. उनके गर्जियन गेट पर खड़े होकर इंतजार कर रहे हैं.
उसी भीड़ में सलमान और कृष्णा भी हैं. वह नजर जमाये हुए हैं. अचानक उन्हें वह छात्रा दिखती है, जिसका वे पिछले तीन दिनों से पीछा कर रहे हैं. वे सजग हो जाते हैं. सलमान अपनी बाइक पर बैठ जाता है. छात्रा गेट से बाहर निकली और सासाराम बस स्टैंड के लिए चल पड़ी, जहां से वह ऑटो पकड़ती है. दोनों उसके पीछे लग गये. रास्तें में उसे रोक लिया. छात्रा को बताया कि वह उसी मुहल्ले में रहते हैं, जहां से वह आती-जाती है. थोड़ी बातचीत की और झांसे में लेने के बाद लिफ्ट देने की बात कही. छात्रा को लगा कि इतना कुछ जानते हैं, तो मुहल्ले के ही होंगे, कोई बात नहीं है, लेकिन अंदर से उसका दिल गवाही नहीं दे रहा है. लेकिन चेहरे पर मदद पहुंचाने वाला भाव है. इससे छात्रा बेझिझक हो बाइक पर पीछे बैठ जाती है.
सुनसान जगह पर रोक दी बाइक
झांसे में लेने के बाद दोनों युवक उसे लेकर स्कूल से थोड़ी दूरी से आगे बढ़ते हैं. जब वह बाइक दूसरी तरफ मोड़ते हैं, तो छात्रा पूछती है, किधर जा रहे हैं, इस पर बाइक चला रहे सलमान ने बताया कि एक शॉर्ट कट रास्ता है, जिससे हमलोग जल्दी घर पहुंचेंगे. छात्रा के मन में संदेह तो हो रहा है, पर वह अंध विश्वास की राह पर चल पड़ी थी. वह जब तक कुछ ठीक-ठीक समझ पाती, तब तक देर हो चुकी थी. अब उसे सब नया रास्ता दिख रहा है. यह वह रास्ता नहीं है, जिस रास्ते वह अपने घर जाती है. देखते-ही-देखते दोनों उसे सासाराम-गया लाइन की दूसरी पटरी की तरफ लेकर चले गये. अब शहर के वह मकान नहीं दिख रही है, गांव की पगडंडी है और अगल-बगल खेत हैं. एक सुनसान जगह आयी और सलमान ने बाइक रोक दी. छात्रा हक्का-बक्का रह गयी.
छात्रा का सवाल, उनकी जबरदस्ती
दोनों लफंगे बाइक से उतरे और उसे भी खींचने लगे. छात्रा ने पूछा, यह क्या कर रहे हो, यहां क्यों लाये हो, तुम लोगों का दिमाग तो ठीक है न, क्यों खींच रहे हो मुझे? उसकी तरफ से सवाल अनवरत जारी रहा पर सलमान और कृष्णा जवाब नहीं दे रहे हैं. वे जोर-जबरदस्ती में लगे हुए हैं.
छात्रा को अब लग गया कि वह उनके चंगुल में फंस गयी है. वह रोने लगी. हाथ छुड़ाने की कोशिश कर रही है, पर दरिंदे उस पर भारी पड़ रहे हैं. उसकी एक न चली. उसे खेत में खींच लिया गया. थाेड़ा अंदर ले गये और उसका मुंह दबा दिया गया. छात्रा ने पूरा विरोध किया, लेकिन उसके हाथ को दोनों नहीं छोड़ रहे हैं. इस खींचतान के बीच छात्रा के बायें हाथ में तेज दर्द हुआ.
वह चीख उठी, दोनों ने बांह मरोड़ कर किसी भारी चीज से प्रहार किया. प्रहार इतना तेज था कि हाथ की हड्डी टूट गयी. अब तो वह धराशायी हो गयी. इस पर दोनों ने उसके साथ रेप किया. करीब आधे घंटे तक वह दोनों के चंगुल में रही और जोर-जबरदस्ती के कारण अचेत हो गयी. इसके बाद दोनों वहां से फरार हो गये.
फोन आया तो घबरा गयी बड़ी बहन
इधर, छात्रा की बहन उसका स्कूल से आने का इंतजार कर रही है. वह जल्दी घर आ जाती है, पर आज लेट हो रहा है, उसका मन घबरा रहा है. वह बार-बार बरामदे में जाती है और बाहर झांकती है. लेकिन, दूर-दूर तक उसका कहीं पता नहीं चलता है. वह अंदर जाकर बैठ गयी. दिन के तीन बज गये हैं.
छोटी बहन का कुछ भी पता नहीं है, यह सोच कर वह घबरा ही रही थी कि मुफस्सिल थाने से फोन आया. पुलिस उसकी छोटी बहन का नाम पूछ रही है, वह किस स्कूल में परीक्षा देने गयी थी, इसकी पूछताछ हुई, इसके बाद उसे मुफस्सिल थाने बुलाया गया. वहां पहुंची तो पुलिस कस्टडी में छोटी बहन दिखी. वह बेसुध हालत में थी, बाल उलझे हुए थे, कपड़े धूल से पटे हुए थे. छोटी बहन की हालत देख कर बड़ी बहन बौखला गयी. वह समझ नहीं पा रही थी कि क्या हुआ. वह रोने लगी. फिर पुलिस ने उसे संभाला और पूरा वाकया बताया.
बड़ी बहन के घर आयी परीक्षा देने
दरअसल जब सलमान और कृष्णा उसे ,खेत में छोड़ कर भाग गये थे, तो उसे कुछ देर बाद होश आ गया था. वह खेत से निकली और पैदल रेलवे लाइन के किनारे-किनारे जा रही थी, इस दौरान वह अस्त-व्यस्त थी, इसलिए गांव वालों की नजर उस पर पड़ गयी. उन्होंने उसे रोका और उससे पूछताछ की
इस पर उसने आपबीती बतायी. इस पर गांववालों ने थाने को फोन करके बुलाया. फिर पुलिस उसे लेकर थाने गयी. पूछताछ में छात्रा ने बताया कि वह उसकी बड़ी बहन शहर में रहती है. वह उसके घर ठहरी हुई है और सासाराम में परीक्षा देने आयी थी. इसके बाद पुलिस ने उसकी बहन का पता पूछा और उसे फोन से बुलाया. घटना के बाद से छात्रा को यकीन हो चला है कि किसी के चहेरे को देख कर यह नहीं जाना जा सकता है कि उसके मन में क्या चल रहा है. जब वह बाइक पर भरोसे के साथ बैठी थी, तो उसे इस घटना का भान नहीं रहा होगा कि वह इतनी गिरी हुई हरकत करेंगे.
164 के तहत बयान दर्ज
वारदात की जानकारी थाने ने एसपी सासाराम मानवजीत सिंह ढिल्लो को दी. उन्होंने भी पूछताछ की और अगले दिन 28 फरवरी को छात्रा को डेहरी-अॉन-साेन के महिला थाने में भेज दिया गया. वहां पर पुलिस ने छात्रा को 164 के तहत बयान कराया और दिन के तीन बजे रेप की प्राथमिकी दर्ज की.
(इनपुट – राजेश रंजन, सासाराम)
27 फरवरी, 2016
सासाराम के एक स्कूल से इंटर की परीक्षा देने के बाद एक छात्रा घर के लिए निकली.
स्कूल से पैदल सासाराम बस स्टैंड गाड़ी पकड़ने जा रही थी.
दोपहर के 1.10 बजे वह स्कूल से निकली थी. इस बीच उसे स्कूल के पास ही बाइक सवार दो युवकों ने लिफ्ट देने के बहाने रोका और झांसे देकर बाइक पर बैठा लिया.
झांसा देकर ले गये
घर तक छोड़ देने का झांसा देकर उसे रेलवे लाइन की दूसरी तरफ एक गांव के सीमा में लेकर चले गये.
वहां पर खेत में छात्रा के साथ दोनों युवकों ने रेप किया और विरोध करने पर पिटाई की.
अपनी आबरू बचाने के लिए छात्रा ने संघर्ष किया, इस दौरान उसके बायें हाथ की हड्डी दरिंदों ने तोड़ दी.
उसके मुंह काे जबरदस्ती बंद कर दिया गया. घटना के बाद दोनों आरोपित उसे खेत में छोड़ कर भाग गये.
बेहोश हो गयी थी छात्रा
छात्रा कुछ देर के लिए बेहोश हो गयी थी, उसे दो बजे के आसपास होश आया, तो खेत से निकल कर वह सासाराम-गया रेलवे लाइन के किनारे-किनारे कहीं जा रही थी.
वह रो रही थी, यह देखकर गांव वालों को शक हुआ. उन लाेगों ने छात्रा को रोका और उसके रोने का कारण पूछा.
छात्रा ने आपबीती सुनायी, इस पर तत्काल मुफस्सिल थाने की पुलिस को बुलाया गया.
पुलिस उसे थाने ले गयी. उससे पूछताछ हुई. इसके बाद पुलिस पदाधिकारियों के निर्देश पर उसे डेहरी-आॅन-सोन महिला थाने भेजा गया.
28 फरवरी, 2016
28 फरवरी की दोपहर मजिस्ट्रेट के सामने डेहरी-आॅन-साेन में 164 के तहत बयान कराया गया.इसके बाद 28 फरवरी को ही दिन में तीन बजे मामला दर्ज किया गया.महिला थाने में कांड संख्या 18/16 के तहत धारा 376, 34, 4/8 पाक्सो एक्ट लगाया गया. लड़की का मेडिकल रिपोर्ट नहीं अाया है.

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