बिहार विधानसभा में हंगामा होगा लगातार, मांगें माने सरकार : बीजेपी
पटना : बिहार विधानसभा में इन दिनों विपक्षी सदस्यों का लगातार हंगामा जारी है. इसी क्रम में आज सदन के बाहर और भीतर विपक्षी दल के विधायकों ने जमकर हंगामा किया. विधानसभा गेट पर बीजेपी के विधायकों ने पंचायत चुनाव में महादलितों और अतिपिछड़ों को आरक्षण में उनका उचित हक देने की मांग को लेकर […]
पटना : बिहार विधानसभा में इन दिनों विपक्षी सदस्यों का लगातार हंगामा जारी है. इसी क्रम में आज सदन के बाहर और भीतर विपक्षी दल के विधायकों ने जमकर हंगामा किया. विधानसभा गेट पर बीजेपी के विधायकों ने पंचायत चुनाव में महादलितों और अतिपिछड़ों को आरक्षण में उनका उचित हक देने की मांग को लेकर नारेबाजी की. वहीं दूसरी ओर अंदर भी यही मामला गरमाया रहा. प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने कहा कि पंचायत चुनाव में अतिपिछड़ा कोटे में 17 और महादलित में सरकार ने तीन जातियों को शामिल किया है. प्रेम कुमार का कहना था कि सरकार महादलित को 16 की जगह 19 प्रतिशत आरक्षण दे वहीं अतिपिछड़ी जातियों को तीस प्रतिशत आरक्षण दे. हमारी मांगों पर सरकार विचार करे नहीं तो सदन से सड़क तक हम आवाज उठायेंगे. चुकी यह पंचायत चुनाव में घोषणा संभव नहीं है. इसलिए सरकार नगर निकाय के चुनावों के पहले यह घोषित कर दे. विरोधी दल के विधायकों ने इस मामले को लेकर सदन में कार्यस्थगन प्रस्ताव भी लाया जिसे अध्यक्ष विजय चौधरी ने उचित नहीं मानते हुए अस्वीकार कर दिया.
एनडीए के सदस्य वेल में आये
पंचायत में अतिपिछड़ा और महादलितों को आरक्षण में कोटा बढ़ाये जाने के लेकर एनडीए के विधायक वेल में आकर हंगामा करने लगे.सदस्योंनेसरकारविरोधी नारे भी लगाये. हालांकि उस समय भी सदन की कार्रवाई चलती रही. इस दौरान वरिष्ठ सदस्य सदानंद सिंह ने भागलपुर में पकड़े गये 14 हजार क्विंटल चावल और गेहूं का जिक्र किया जिसे कालाबाजारी के लिये ले जाया जा रहा था. इस मसले पर संबंधित खाद्य उपभोक्ता मंत्री मदन सहनी ने जवाब देते हुए कहा कि अभियान चलाकर गेहूं और चावल को पकड़ा जा रहा है.
राशन – किरासन योजना को लेकर हंगामा और बहस
विधानसभा में सदस्य सत्यदेव प्रसाद सिंह ने खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्री मदन सहनी से जब सीवान के गोरया कोठी में 40 प्रतिशत लोगों के गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर करने की बात करते हुये पूछा कि राशन किरासन से वंचित लोगों को कब तक सरकारसूचीसे जोड़ेगी. उसके बाद मंत्री मदन सहनी ने इस योजना से संबंधित सभी सांख्यिकी आंकड़ों को जवाब के रूप में बताने लगे. उनके इस जवाब से सदस्य संतुष्ट नहीं हुए और विधानसभा अध्यक्ष को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा. मंत्री ने कुल 8.5 करोड़ लोगों को इस योजना से लाभान्वित होने की बात बतायी. मंत्री ने गोरया कोठी के बारे में बताया कि वहां 78.7 प्रतिशत लोगों को कूपन और इस योजना का लाभ दे दिया गया है. इस मसले पर विरोधी दल के नेता प्रेम कुमार ने अध्यक्ष से गुहार लगाकर कहा कि इस मामले को अभियान चलाकर पारदर्शिता के साथ निबटाया जाये. बीजेपी नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि यह चुकी आम गरीबों से जुड़ा मसला है इसलिए इस पर विशेष बहस करायी जाये.