पूर्व छात्र ने स्कूल के संचालक से मांगी रंगदारी

कारस्तानी. पड़ोसी का आधार कार्ड चुरा कर लिया था सिम कार्ड, गिरफ्तारी के बाद हुआ खुलासा इंटर के छात्र अंकित राज ने उसी स्कूल से रंगदारी मांगी जहां से उसने 10वीं तक की पढ़ाई की थी. पकड़े जाने पर कहा कि मां के इलाज के लिए पैसों की जरूरत थी पटना : खुसरूपुर के कायमपुर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 4, 2016 6:37 AM
कारस्तानी. पड़ोसी का आधार कार्ड चुरा कर लिया था सिम कार्ड, गिरफ्तारी के बाद हुआ खुलासा
इंटर के छात्र अंकित राज ने उसी स्कूल से रंगदारी मांगी जहां से उसने 10वीं तक की पढ़ाई की थी. पकड़े जाने पर कहा कि मां के इलाज के लिए पैसों की जरूरत थी
पटना : खुसरूपुर के कायमपुर इलाके में स्थित इनफैंट जीसस एकेडमी के संचालक रूबी तड़ातिल से उनके ही स्कूल से दसवीं पासआउट छात्र अंकित राज (मलाहीपकड़ी, कंकड़बाग) ने तीन लाख की रंगदारी मांगी थी. यह खुलासा उसके पकड़े जाने के बाद हुआ.
अंकित ने गत 28 फरवरी को अपने पड़ोसी सत्यम (दरभंगा) का आधार कार्ड चुरा लिया था.उसने उस आधार के जरिये हनुमान नगर में जीशन अली की दुकान से सिम ले लिया. पुलिस ने दुकानदार जीशन अली को भी गिरफ्तार कर लिया है. इसके पास से बरामद कागजातों से यह खुलासा हुआ है कि वह फर्जी सिम दिलाने का काम करता था.
पैसे नहीं देने पर बेटे की हत्या की दी थी धमकी
इधर अंकित ने सिम मिलने के बाद 29 फरवरी को ही स्कूल के संचालक को एक बजे दिन में फोन कर तीन लाख की रंगदारी मांगी. उसने रंगदारी नहीं देने की स्थिति में संचालक के बेटे की हत्या तक करने की धमकी दे डाली. फोन करने के दौरान अंकित ने खुद को बड़ा अपराधी बताया और धौंस जमाने के लिए यहां तक कह दिया कि उसने अब तक कई हत्याएं की हैं.
अचानक धमकी भरा फोन आने के बाद सकते आये स्कूल संचालक ने तुरंत ही खुसरूपुर पुलिस व फतुहा डीएसपी अनोज कुमार को मामले की जानकारी दी. इसके बाद खुसरूपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई शुरू की गयी. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि इस मामले के उद्भेदन में शामिल टीम को पुरस्कृत किया जायेगा.
पुलिस ने जब उस नंबर की पूरी जानकारी ली तो पता चला कि वह किसी सत्यम नाम के युवक के नाम पर है. इसके बाद पुलिस ने सत्यम को पकड़ा. उस समय तक किसी को अंकित की संलिप्तता की भनक नहीं लग पायी थी. सत्यम भी आश्चर्यचकित था कि उसके आधार कार्ड से किसने सिम ले लिया है. पुलिस ने इसके बाद धमकी देनेवाले को ट्रैप करने की योजना बनायी. अंकित ने दोबारा फोन किया तो संचालक ने पैसे देने की बात मान ली.
अंकित ने उन्हें राजेंद्र नगर टर्मिनल के चार नंबर प्लेटफॉर्म पर बुलाया. स्कूल संचालक के साथ पुलिस भी सादे वेश में वहां पहुंची. इसके बाद अंकित ने संचालक को फोन कर पास के मंदिर के पास बुलाया और रुपयों से भरा बैग रख कर चले जाने को कहा. संचालक ने बैग रख दिया. अंकित जैसे ही बैग लेने पहुंचा, पुलिस ने उसे दबोच लिया. उसके पास से वह मोबाइल और सिम बरामद कर लिया गया जिससे उसने रंगदारी मांगी थी.
इंटर का परीक्षार्थी भी
अंकित मूल रूप से शालिमपुर के बेनीपुर का रहने वाला है. उसके पिता शिवपूजन सिंह किसान हैं और मां गायत्री देवी गृहिणी हैं. दोनों गांव में ही रहते है, जबकि अंकित बिहटा
के शिवम स्कूल में इंटर की पढ़ाई कर रहा था और वहीं से इंटर की परीक्षा दे रहा था. उसने फिलहाल एक-दो विषयों की ही परीक्षा दी थी.
उसने दसवीं तक खुसरूपुर के ही इनफेंट जीसस एकेडमी में पढ़ाई की थी. पकड़े जाने के बाद वह अपनी गलती मान रहा था और फिर से ऐसी गलती नहीं करने की कसम भी खा रहा था. उसने पुलिस ने आगे की परीक्षा दिलाने का आग्रह भी किया. एसएसपी मनु महाराज ने इसकी व्यवस्था करने का निर्देश अपने मातहतों को दिया है. उम्मीद जतायी जा रही है कि उसे परीक्षा देने दिया जायेगा. लेकिन, साथ ही आगे की कार्रवाई भी की जायेगी.
अंकित ने कहा, मां के इलाज के लिए बनाया था प्लान
अंकित ने घटना में अपनी संलिप्ता को स्वीकार कर लिया. उसने पुलिस को यह जानकारी दी कि उसकी मां की तबीयत खराब है, इसलिए इलाज कराने के लिए उसने इस घटना को अंजाम दिया. उसने कहा कि उसे इलाज के लिए काफी पैसों की जरूरत थी और परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. कोई और उपाय नहीं सूझा तो स्कूल संचालक से पैसे एंठने की योजना बनायी.

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