धरोहरों के संरक्षण के लिए मास्टर प्लान : तेजस्वी

कला कार्यशाला’ में जुटे कई राज्यों के कलाकार पटना : बिहार के युवा मोबाइल फोन से बाहर निकले और सूबे के पुरातत्व सर्वेक्षण में रुचि ले. सरकार बिहार के धरोहरों का संरक्षण करेगी, इसके लिए मास्टर प्लान बना कर काम किया जायेगा. युवाअों से पुरातत्व सर्वेक्षण में रुचि लेने की अपील शनिवार को उप मुख्यमंत्री […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 6, 2016 5:53 AM
कला कार्यशाला’ में जुटे कई राज्यों के कलाकार
पटना : बिहार के युवा मोबाइल फोन से बाहर निकले और सूबे के पुरातत्व सर्वेक्षण में रुचि ले. सरकार बिहार के धरोहरों का संरक्षण करेगी, इसके लिए मास्टर प्लान बना कर काम किया जायेगा. युवाअों से पुरातत्व सर्वेक्षण में रुचि लेने की अपील शनिवार को उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद गादव ने की.
वे अधिवेशन-भवन में भवन निर्माण विभाग द्वारा आयोजित पांच दिवसीय ‘राष्ट्रीय कला कार्यशाला’ में उद्घाटन भाषण कर रहे थे. उन्होंने किसी पार्टी का नाम लिये बिना कहा कि कुछ दल और लोग देश भर में बिहार का परसेप्शन बिगाड़ने में लगे हैं.
बिहार को ले कर निगेटिव प्रचार करनेवालों को हमें इग्नोर करके चलना होगा. उन्होंने कहा कि हमारे और पीएम के बीच राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, किंतु इसकी सजा बिहार की जनता को नहीं मिलनी चाहिए. बिहार पर पिछड़ा राज्य होने का आरोप लगता रहा है. केंद्र सरकार ने इसे और पीछे ढ़केलने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है. स्मार्ट सिटी के लिए केंद्र नें बिहार को हाशिये पर ढकेल दिया.
मुख्य अतिथि के रूप में कला-संस्कृति मंत्री शिवचंद्र राम ने कहा कि चित्रकार-कलाकार अपनी तसवीरों में गरीबी, शिक्षा और समाज का सही चित्रण करते हैं. विभाग सूबे की प्राचीन धरोहरों की तलाश कर उन्हें देश-विदेश की जनता के सामने लाने को कटिबद्ध है. तेलहाड़ा, चौसा, वैशाली और चेचर में खुदाई का काम चल रहा है.
हम बिहार के गौरवशाली इतिहास के गुम नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि सरकार कलाकारों को सरकारी नौकरी देगी. पहले चरण में 258 खिलाड़ियों को नौकरी दी जायेगी.
उदधाटन समारोह को भवन निर्माण विभाग के प्रधान सचिव डाॅ दीपक प्रसाद, मुख्यमंत्री के सचिव चंचल कुमार, ललित कला अकादमी के अध्यक्ष आनंदी प्रसाद बादल और भवन निर्माण निगम के सचिव गंगा प्रसाद ने भी संबोधित किया.

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