चेक का क्लोन बना महादलित विकास मिशन के खाते से निकाले ‍ 40 लाख

पटना : जालसाजों ने ऑरिजनल चेक का क्लोन (हूबहू नकली कॉपी)बना लिया और फिर उससे बिहार महादलित विकास मिशन के बैंक खाते से 40 लाख रुपये निकाल लिये. 10 से अधिक बार जालसाजों ने फर्जी चेक को बैंक में डाला और हर बार पास हो गया. एक बार भी वह बैंककर्मी की पकड़ में नहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 7, 2016 1:50 AM
पटना : जालसाजों ने ऑरिजनल चेक का क्लोन (हूबहू नकली कॉपी)बना लिया और फिर उससे बिहार महादलित विकास मिशन के बैंक खाते से 40 लाख रुपये निकाल लिये. 10 से अधिक बार जालसाजों ने फर्जी चेक को बैंक में डाला और हर बार पास हो गया. एक बार भी वह बैंककर्मी की पकड़ में नहीं आया.

जालसाजों ने सितंबर, 2015 से लेकर फरवरी, 2016 तक कई चेकों के माध्यम से कभी 1.96 लाख, तो कभी 1.81 लाख, तो कभी दो लाख रुपये निकालते हुए 40 लाख की राशि निकाल ली. चूंकि खाता संस्थान का है, इसलिए किसी का मोबाइल नंबर बैंक में नहीं दिया गया है. इसके कारण मैसेज नहीं आया. महादलित विकास मिशन का खाता बैंक ऑफ इंडिया की एसके नगर शाखा में है. निकासी की जानकारी मिलने पर मिशन में हड़कंप मच गया.आनन-फानन में मिशन के सहायक निदेशक हरेंद्र कुमार ने बुद्धा कॉलोनी थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी. उन्होंने बताया कि उनके पास ऑरिजनल चेक है, फिर भी खाते से 40 लाख की निकासी कर ली गयी है.
पूरे देश में फैला है गिरोह
फर्जी चेक के माध्यम से निकासी करनेवाला गिरोह पूरे देश में फैला है. पटना में भी यह गिरोह काफी सक्रिय है और अभी तक कई बैंकों से गिरोह के सदस्यों ने तीन करोड़ से अधिक की निकासी कर ली है. इसकी प्राथमिकी कोतवाली, श्रीकृष्णापुरी, गांधी मैदान, कंकड़बाग, बुद्धा कॉलोनी, पाटलिपुत्र थाने आदि में दर्ज हैं. ऑरिजनल चेक खाताधारक के पास रह जाता है और उसके क्लोन चेक के माध्यम से लाखों की निकासी कर ली जाती है.
2013 में ईओयू को मिली थी सफलता
खास बात यह है कि वर्ष 2013 के बाद एक भी गिरोह नहीं पकड़ा गया. उस वर्ष इओयू की टीम ने पटना, दिल्ली, कोलकाता आदि में छापेमारी कर गिरोह के आठ लोगों को पकड़ा था. इनमें एसबीआइ के दो कर्मचारी भी शामिल थे. गिरोह का सरगना सन्नी प्रियदर्शी पटना में पकड़ा गया था और उसकी निशानदेही पर बैंककर्मी व पाटलिपुत्र एसबीआइ बैंक के सहायक सुरेंद्र तिवारी व दिल्ली के लाला लाजपत नगर एसबीआइ ब्रांच के कर्मी प्रशासन कुमार को पकड़ा गया था. इसके बाद टीम को यह जानकारी मिली थी कि फर्जी चेक को भुनाने में मदद करने पर इन्हें कुल राशि का 10 फीसदी कमिशन मिलता था.
तो की जायेगी कानूनी कार्रवाई : डीएसपी
डीएसपी (विधि-व्यवस्था) डाॅ मो शिबली नोमानी ने बताया कि बुद्धा कॉलोनी थाने में प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है. कई बार बैंक में फर्जी चेक भुगतान के लिए दिया गया, लेकिन फिर भी वह पकड़ में नहीं आया. यह मामला काफी गंभीर है और बैंक प्रशासन से कुछ सवाल पूछे गये हैं, अगर जबाव संतोषजनक नहीं पाया गया, तो फिर उनकी भी संलिप्तता मानी जायेगी और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
बैंककर्मी जांच के घेरे में
जालसाजों ने बैंक से कई बार फर्जी चेक के माध्यम पैसे की निकासी की, लेकिन किसी को पता नहीं चला. इससे बैंककर्मी भी जांच के घेरे में हैं. मामले की गंभीरता से लेते हुए डीएसपी (विधि-व्यवस्था) डाॅ मो शिबली नोमानी ने बैंक प्रशासन से कुछ सवाल पूछे हैं. उन्होंने संकेत िदया है कि अगर बैंक प्रशासन से उनके सवालों का उचित जबाव नहीं मिलता है, तो उनकी भी मामले में संलिप्तता पायी जायेगी और उनके खिलाफ भी मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
डीएसपी ने पूछे सवाल
कितनी राशि निकालने पर बैंक खाताधारक को फोन करता है.
यह चेक किन-किन बैंककर्मियों के टेबुल से गुजर कर पास हुआ और फिर निकासी की गयी. उनके नाम व फोन नंबर दिये जाएं
जब उन्हें इस की जानकारी मिली, तो उन्होंने संबंधित थाने में शिकायत दर्ज करायी या नहीं?
घटना के बाद उन्होंने विभाग में जांच करायी या नहीं और करायी तो उसकी रिपोर्ट दी जाये.

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