रिकार्ड, पांच सालों में बिहार बढ़ी वाहनों की बिक्री
पटना :बिहारमें पांच सालों केमेंराज्यकी सड़कों पर 12 फीसदीवाहनों का बोझ बढ़ गया.जी हां, परिवहनविभाग के आंकड़े यहीं बता रहे हैंकि राज्य में पांच साल में वाहन निबंधन में 12़ 2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इसमें प्राइवेट व कॉमर्शियल वाहन भी शामिल है. परिवहन विभाग में वाहनों का निबंधन वर्ष 2010-11 में तीन लाख […]
पटना :बिहारमें पांच सालों केमेंराज्यकी सड़कों पर 12 फीसदीवाहनों का बोझ बढ़ गया.जी हां, परिवहनविभाग के आंकड़े यहीं बता रहे हैंकि राज्य में पांच साल में वाहन निबंधन में 12़ 2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इसमें प्राइवेट व कॉमर्शियल वाहन भी शामिल है. परिवहन विभाग में वाहनों का निबंधन वर्ष 2010-11 में तीन लाख 87 हजार था. वहीं वर्ष 2014-15 में वाहनों का निबंधन छह लाख 14 हजार हो गया. पिछले पांच साल में सालाना वाहनों की संख्या में डेढ़ गूनी से भी अधिक वृद्धि हुई .
वाहनों को रफ्तार देने का काम किया है बिहार सरकार की नीति ने. सरकार ने महिलाओं के नाम पर कॉमर्शियल वाहन तिपहिया वाहन, टैक्सी, मोटर कैब, मैक्सी कैब का निबंधन कराने पर शत प्रतिशत वाहन टैक्स में छूट दी जाती है. इससे वाहनों के निबंधन में बढ़ोतरी हुई है. कॉमर्शियल वाहन में ऑटो रिक्शा 18़ 6 फीसदी, ट्रक 13़ 5 फीसदी, ट्रैक्टर 13़ 4 फीसदी निबंधन हुआ. दुपहिया वाहनों का निबंधन 12़ 9 फीसदी हुआ. वर्ष 2009-13 के बीच वाहनों के निबंधन में 16़ 2 फीसदी की वृद्धि हुई.
इस अवधि में वाहनों के निबंधन के मामले में बिहार देश का दूसरा सबसे तेज वृद्धि वाला राज्य रहा. इसके बावजूद प्रति हजार जनसंख्या पर वाहनों की संख्या के लिहाज से बिहार का स्थान सभी प्रमुख राज्यों के बीच अब भी सबसे नीचे है. राज्य के आर्थिक विकास व सामाजिक समावेश को गति देने में परिवहन की महत्वपूर्ण भूमिका है. पांच साल में 29 लाख 13 हजार वाहनों का निबंधन
राज्य में पांच साल में 29 लाख 13 हजार वाहनों का निबंधन हुआ. वर्ष 2010-11 में तीन लाख 87 हजार, 2011-12 में चार लाख 40 हजार, 2012-13 में चार लाख 97 हजार, 2013-14 में पांच लाख 54 हजार , 2014-15 में छह लाख 14 हजार नये वाहनों का निबंधन हुआ. वर्ष 2015-16 के नवंबर माह तक चार लाख 21 हजार वाहनों का निबंधन हुआ. पटना व मुजफ्फरपुर में वाहनों का निबंधन अधिक
वाहनों के निबंधन के मामले में पटना व मुजफ्फरपुर का हिस्सा 28 फीसदी है. पटना में सालाना एक लाख से अधिक वाहन का निबंधन होता है. वर्ष 2014-15 में एक लाख 12 हजार 99 वाहनों का निबंधन हुआ. दूसरे नंबर पर मुजफ्फरपुर का स्थान है. इस अवधि में 68 हजार 201 वाहन निबंधित हुआ. वाहन निबंधन के मामले में गया, सिवान, सीतामढ़ी व दरभंगा का स्थान है. राज्य में वाहनों की संख्या में लगातार वृद्धि से पर्यावरण पर भी इसका असर पड़ रहा है. वाहन से निकलनेवालेे धूएं से प्रदूषण
बढ़ रहा है. सरकार ने पटना में 15 साल पुराने डीजल वाहन के परिचालन पर रोक लगाया है. अब दो हजार से अधिक सीसी के नये वाहन पर पाबंदी लगाने की बात है.