प्रशांत किशोर को क्यों नहीं बना देते हैं सलाहकार : सुशील मोदी
पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि प्रशांत किशोर जनता दलयू के राजनीतिक सलाहकार नहीं बल्कि नीति एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन के लिए बिहार के मुख्यमंत्री के परामर्शी और बिहार विकास मिशन के शासी निकाय के सदस्य हैं. नीतीश कुमार बताएं कि प्रशांत किशोर किस हैसियत से जदयू कार्यकर्ताओं की बैठकों का […]
पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि प्रशांत किशोर जनता दलयू के राजनीतिक सलाहकार नहीं बल्कि नीति एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन के लिए बिहार के मुख्यमंत्री के परामर्शी और बिहार विकास मिशन के शासी निकाय के सदस्य हैं. नीतीश कुमार बताएं कि प्रशांत किशोर किस हैसियत से जदयू कार्यकर्ताओं की बैठकों का संचालन करते हैं.
बिहार सरकार का एक परामर्शी किस हैसियत से पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्दर सिंह का राजनीतिक सलाहकार और उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को पुनर्जीवन देने का दायित्व संभाल रहा हैं. ऐसे में नीतीश कुमार प्रशांत किशोर को जदयू का राजनीतिक सलाहकार या मंत्री क्यों नहीं बना लेते हैं कि उन्हें राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने की खुली छूट मिल जाए.
श्री मोदी ने कहा कि प्रशांत किशोर जहां पंजाब में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्दर सिंह के राजनीतिक सलाहकार का दायित्व संभाल रहे हैं वहीं राहुल गांधी के साथ दिल्ली में बैठक कर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को पुनर्जीवित करने की रणनीति तैयार कर रहे हैं.
बिहार में उन्हें मुख्यमंत्री का परामर्शी और बिहार विकास मिशन के शासी निकाय के सदस्य के तौर पर मुख्य सचिव, विकास आयुक्त और विभागों के प्रधान सचिवों से अधिक तवज्जो दिया जा रहा है. क्या इससे बिहार में नौकरशाही का मनोबल नहीं गिर रहा है.
क्या यह जनता के पैसे का दुरुपयोग नहीं है. इसके पहले भी सरकार ने विभिन्न विभागों के लिए एस विजय राघवन, डा. मंगला राय, पी के राय और पवन के वर्मा को परामर्शी नियुक्त किया था मगर किसी ने भी राजनीतिक कार्यों में कोई दखलअंदाजी नहीं की जबकि प्रशांत किशोर मुख्यमंत्री के परामर्शी होने के बावजूद जदयू से लेकर कांग्रेस तक की राजनीतिक गतिविधियों में जिस तरह से सक्रिय है, उससे एक गलत परिपाटी शुरू हो रही है.