पटना : बाहुबली सांसद शहाबुद्दीन के साथ जेल में जाकर सरकार के मंत्री अब्दुल गफूर का मिलना बिहार विधानसभा के अंदर प्रमुख मुद्दा बन गया है. राजबल्लभ की गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर विधानसभा में कई बार स्थगन प्रस्ताव ला चुकी विपक्षी पार्टी भाजपा को अब शहाबुद्दीन प्रकरण में सरकार को घेरने का मौका मिल गया है. आज जैसे ही 2 बजे के बाद सदन की कार्रवाई दोबारा शुरू हुई तो प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने बोलना शुरू किया. प्रेम कुमार अभी कुछ बोल ही रहे थे कि सदन को बेहतर ढंग से चलाने के मामले को लेकर विधान सभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने उन्हें टोका. जैसे ही विधानसभा अध्यक्ष की बात खत्म हुई और उन्होंने कार्रवाई को आगे बढ़ाने की बात कही. एनडीए के सदस्यों ने शहाबुद्दीन प्रकरण को लेकर हंगामा करने लगे.
अचानक सभी एनडीए विधायक विधानसभा से वाकआउट कर गये. गौरतलब हो कि इस मसले पर सरकार विधान परिषद और विधान सभा दोनों में जवाब नहीं दे पा रही है. विपक्ष का कहना है कि यह जेल मैनुअल का खुला उल्लंघन है और इस पर कार्रवाई होनी चाहिये. इतना ही नहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने तो यहां तक कह दिया कि अब्दुल गफूर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बरखास्त करें. मामला यह है कि राजद कोटे से सरकार में मंत्री बने अब्दुल गफूर ने जेल में जाकर शहाबुद्दीन से मुलाकात की और उसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी. उसके बाद से बिहार विधानसभा में हंगामा चल रहा है.