समय पर नहीं मिल रहा अनाज चार महीने का लगा बैकलॉग
पटना: पटना में दस लाख से ज्यादा उपभोक्ता राशन वितरण में लेटलतीफी के कारण परेशान हैं. शहरी क्षेत्र में पीडीएस सिस्टम पूरी तरह पटरी से उतर गया है. अनाज वितरण प्रक्रिया में कोई मॉनीटरिंग नहीं होने के कारण बैकलॉग बढ़ कर चार महीना हो गया है. पहले लाभुकों को यह बताया जाता रहा था कि […]
पटना: पटना में दस लाख से ज्यादा उपभोक्ता राशन वितरण में लेटलतीफी के कारण परेशान हैं. शहरी क्षेत्र में पीडीएस सिस्टम पूरी तरह पटरी से उतर गया है. अनाज वितरण प्रक्रिया में कोई मॉनीटरिंग नहीं होने के कारण बैकलॉग बढ़ कर चार महीना हो गया है. पहले लाभुकों को यह बताया जाता रहा था कि डीलरों की हड़ताल के कारण दुकानें बंद हैं.
दिसंबर तक ही मिला राशन : पटना शहरी क्षेत्र में चार गोदाम हैं. इनमें से से राजवंशी नगर में अक्तूबर, आर ब्लाक में नवंबर और कटरा, पटना सिटी में दिसंबर तक का ही अनाज डीलरों को दिया गया था. इसी के मुताबिक डीलरों ने भी राशन का वितरण किया. अभी भी जो राशन बांटा जा रहा है वो दिसंबर महीने का ही है. जबकि, अब तक मार्च महीने का राशन भी बंट जाना चाहिए था. मुसल्लहपुर गोदाम का हाल तो और भी खराब है. वहां निगरानी की छापेमारी के बाद ताला जड़ दिया गया.
इन कारणों से ध्वस्त हुआ सिस्टम : फेयर प्राइस डीलर्स एसोसिएशन से जुड़े 2700 डीलरों ने पिछले महीने पंद्रह दिनों तक हड़ताल कर दी थी. यह हड़ताल राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष को हटाने की मांग को लेकर की गयी थी. चुनाव से पहले हर महीने खाद्य दिवस मनाया जा रहा था. इसके तहत हर महीने वितरण के बाद रिपोर्ट डीएम को दी जाती थी. इस प्रक्रिया को अचानक बंद कर दिया गया.
कहते है डीएम : जिलाधिकारी संजय अग्रवाल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में राशन वितरण समय से हो रहा है. शहरी क्षेत्रों में डीलरों के हड़ताल के कारण परेशानी हुई है. डोर स्टेप डिलिवरी के लिए नयी कंपनी का चयन होना है. होली के पहले हम हर हाल में सभी घरों तक राशन पहुंचायेंगे. एक दो महीने में बैकलॉग पूरी तरह खत्म कर दिया जायेगा.