लोकतंत्र की जड़ों को कोई हिला नहीं सकता : सीएम
सीएम नीतीश कुमार ने िकया पटना हाइकोर्ट की ऐतिहासिक गाथा का बखान पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना हाइकोर्ट के शताब्दी वर्ष समापन समारोह के मौके पर कहा कि भारतीय समाज विविधता से भरा हुआ है. ऐसे में लोकतंत्र ही यहां के लिए सबसे जरूरी है, जो इस विविधता को एकजुट बनाये रख सकता […]
सीएम नीतीश कुमार ने िकया पटना हाइकोर्ट की ऐतिहासिक गाथा का बखान
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना हाइकोर्ट के शताब्दी वर्ष समापन समारोह के मौके पर कहा कि भारतीय समाज विविधता से भरा हुआ है. ऐसे में लोकतंत्र ही यहां के लिए सबसे जरूरी है, जो इस विविधता को एकजुट बनाये रख सकता है. लोकतंत्र को मजबूत बनाये रखने के लिए न्याय व्यवस्था का सुदृढ़ होना जरूरी है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में लोकतंत्र का स्वरूप आंतरिक रूप से बेहद मजबूत है. इसकी जड़े इतनी मजबूत हो गयी हैं कि अब इसे कोई हिला नहीं सकता.
सीएम ने कहा कि पटना उच्च न्यायालय का इतिहास गौरवपूर्ण रहा है. 1913 में इसका निर्माण शुरू हुआ और 1916 में यह पूरा हुआ. इसके बाद से यह कोर्ट आज तक लोगों को न्याय देने का काम करता आया है.
यहां देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद, सच्चिदानंद सिन्हा जैसे गण्यमान्य और मानिंदे लोग वकील के रूप में प्रैक्टिस किया करते थे. इस न्यायालय ने मात्र 6-7 जजों से अपनी शुरुआत की थी. यह हम सब के लिए गौरव की बात है कि हाइकोर्ट ने 100 वर्ष पूरे कर लिये हैं.
आज मुकदमों की संख्या इतनी हो गयी है कि इसका अतिरिक्त भवन बनाना पड़ रहा है. जजों की संख्या कम पड़ने लगी है. इसे बढ़ाने की जरूरत है, ताकि सभी लोगों को आसानी से न्याय मिल सके.
मंच से किया अभिनंदन
सीएम ने कहा कि पटना उच्च न्यायालय के शताब्दी समारोह में प्रधानमंत्री शामिल होने आये, इसके लिए उनका स्वागत और अभिनंदन करता हूं. साथ ही उनका धन्यवाद भी करता हूं. सीएम ने अपने संबोधन की शुरुआत में ही पीएम का अभिवादन किया. साथ ही राज्य की अपेक्षा से उनसे रखी.