पटना : केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, असम और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है. अगले महीने होने वालेइनराज्यों के विधानसभा चुनाव में दिलचस्प राजनीतिक लड़ाई देखने को मिलेगी. बिहार केमुख्यमंत्री नीतीश कुमार पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के खिलाफ दिखेंगे. जबकि असम में कांग्रेस के खिलाफ मोरचा संभालेंगे. आपको बता दें कि कांग्रेस के समर्थन सेनीतीश कुमार बिहार में सरकार चला रहे हैंऔर ममता बनर्जी ने बिहार विधानसभा चुनाव में उनका खुलकर सपोर्ट किया था.
सूत्रों केमुताबिकमुख्यमंत्री नीतीश कुमार केजदयू का असम में अजमल की पार्टी एयूडीएफ के साथ गठबंधन हो रहा है.बतायाजारहाहै कि जदयू वहां पांच सीटों पर चुनाव लड़ेगी. सूत्रों के मुताबिक नीतीश कुमार ने असम में भाजपा के खिलाफ बदरुद्दीन अजमल और कांग्रेस का गठबंधन कराने में मध्यस्थता कराने की कोशिश की थी. लेकिन कांग्रेस ने इस तर्क के साथ उनके प्रस्ताव को खारिज कर दियाथा. भाजपा को राजनीतिक लाभ अधिक नहीं मिले, इसी को मुख्य वजह बताया गया था. बादमें अजमल और कांग्रेस ने अलग-अलग लड़ने की तैयारी की. अजमल नीतीश के करीबी माने जाते हैंऔर उन्होंने उन सीटों पर जदयू उम्मीदवार को उतारने का फैसला किया है जहां बिहारकेमतदाता अधिक हैं.
वहीं, सूत्रोंकेमुताबिक नीतीश कुमार पश्चिम बंगाल में वाम-कांग्रेस गठबंधन का हिस्सा बन रहे हैं.जहां उन्हेंचार सीट दी जा सकती है. पश्चिम बंगाल में बिहार से सटे सीटों पर जदयू को टिकट मिल सकता है. इसमें अासनसोल का सीट भी शामिल है. वहां बिहार के लोग काफी संख्या में काम करते हैं.
जबकि जदयू केरल में कांग्रेस गठबंधन के साथ चुनाव लड़ रही है. मतलब असम में वह अजमल के साथ तो बंगाल में वाम के साथ प्रचार करेंगे. केरल मेंवाम के खिलाफ लड़ेंगे. सूत्रबतातेहै कि कांग्रेस केरल में लेफ्ट के खिलाफ लड़ रही हैजबकि बंगाल में साथ-साथ चुनाव लड़ रही है. ऐसा राजनीति में होता है.जानकारीके मुताबिक नीतीश कुमार दोनों राज्यों में जाएंगें.