आरक्षण भीख नहीं, बल्कि अधिकार है : रजक
पटना : जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व विधान सभा में उपनेता श्याम रजक ने कहा कि आरक्षण भीख नहीं बल्कि अधिकार है. उन्होंने कहा कि बाबा भीम राव अंबेदकर ने संविधान के तहत समाज में सामाजिक, धार्मिक, शैक्षणिक, राजनैतिक रूप से पिछड़ो को मूल धारा में लाने के लिए आरक्षण का प्रावधान किया था परन्तु […]
पटना : जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व विधान सभा में उपनेता श्याम रजक ने कहा कि आरक्षण भीख नहीं बल्कि अधिकार है. उन्होंने कहा कि बाबा भीम राव अंबेदकर ने संविधान के तहत समाज में सामाजिक, धार्मिक, शैक्षणिक, राजनैतिक रूप से पिछड़ो को मूल धारा में लाने के लिए आरक्षण का प्रावधान किया था परन्तु आजादी के इतने साल बाद, आज भी समाजिक असमानता परकाष्ठा पर है. प्रश्न आरक्षण पर समीक्षा की बात का नहीं है. आरक्षण समाप्त कर पून: देश में मनु संहिता व हिन्दु राष्ट्र की कल्पना को साकार करने का प्रयास चल रहा है.
आरएसएस इसका नेतृत्व कर रही है. दलितों को पूना पैक्ट के विरूद्ध चर्चा करनी पड़ेगी. आरएसएस के कारनामों के कारण देश में बंटवारों की नींव मजबूत करेगी. 97 प्रतिशत पदों पर मात्र तीन प्रतिशत आबादी वाले का कब्जा है.