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खाकी पर दाग : पांच वरदीधारी कानून के शिकंजे में

पटना : पुलिस वालों के लिए मंगलवार का दिन कुछ ठीक नहीं रहा. किसी दरोगा पर अनुसंधान में हेरफेर करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गयी तो किसी पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया. एक दरोगा पर बिल्डर से रंगदारी मांगे जाने का मामला दर्ज किया गया. दो एसआइ, एक एएसआइ व एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 16, 2016 6:48 AM
पटना : पुलिस वालों के लिए मंगलवार का दिन कुछ ठीक नहीं रहा. किसी दरोगा पर अनुसंधान में हेरफेर करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गयी तो किसी पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया. एक दरोगा पर बिल्डर से रंगदारी मांगे जाने का मामला दर्ज किया गया. दो एसआइ, एक एएसआइ व एक कांस्टेबुल पर कोर्ट के आदेश पर केस हुआ. सिटी एसपी मध्य चंदन कुमार कुशवाहा ने प्राथमिकी दर्ज किये जाने की पुष्टि की. कहा, आराेपितों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
बुद्धा कॉलोनी थाने में वर्ष 2014 में दर्ज एक मामले में अनुसंधान सही ढंग से नहीं करने के कारण दो एसआइ स्वप्निल शरण व अशोक कुमार और एएसआइ नागेश्वर पंडित के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. न्यायालय के आदेश के बाद प्राथमिकी दर्ज करनेकी यह कार्रवाई की गयी है.
बताया जाता है कि उस समय महिला मीना कुमारी ने अपने पति, ससुर व सास पर मारपीट करने का मामला दर्ज कराया था. इस मामले में अनुसंधान करते हुए पुलिस ने न्यायालय में चार्जशीट भी समर्पित कर दी थी. इसके बाद कोर्ट ने अनुसंधान में कई कमियां पायीं और फिर तीनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश पटना पुलिस को दिया गया. ये तीनों ही पुलिस पदाधिकारी इस केस के अनुसंधानकर्ता थे. इन तीनों ने जांच में लापरवाही की.
न्यायालय के आदेश के बाद कांस्टेबल वेद निधि उर्फ लाली पर दस लाख रंगदारी मांगने का मामला बुद्धा कॉलोनी में दर्ज किया गया है. गायत्री कंस्ट्रक्शन के बिल्डर व न्यू जक्कनपुर निवासी राजीव कुमार ने न्यायालय में केस दायर किया था कि वे जब बोरिंग केनाल रोड की ओर जा रहे थे, तो उनकी गाड़ी रोक कर कांस्टेबल ने अपने आप को एसटीएफ का जवान बताया और फिर दस लाख की रंगदारी मांगी.
सचिवालय थाने में दारोगा गौतम कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. उन पर अभियुक्त के साथ मिलीभगत व साक्ष्य नष्ट करने और धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है. बताया जाता है कि गौतम कुमार पहले सचिवालय थाने में थे और और उसी समय का यह मामला है. पुलिस सूत्रों के अनुसार इन दिनों गौतम कुमार शहर के पीरबहोर थाने में पदस्थापित है.
उनके पास सचिवालय थाने के ही कई मामले थे, लेकिन उन्होंने दूसरे थाने में स्थानांतरण होने के बावजूद उन केसों की फाइल को नहीं लौटाया था. इसके कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही थी. इसके बाद उसके खिलाफ सीनियर अफसर से शिकायत की गयी. इस पर सीनियर पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर गौतम कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया.

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