आइजीआइएमएस में ब्रेन डेड शरीर की किडनी का होगा प्रत्यारोपण

विभाग को अस्पताल प्रशासन भेजेगा प्रस्ताव पटना : आइजीआइएमएस में मंगलवार को भी एक महिला (35 वर्षीय) का किडनी ट्रांसप्लांट किया गया. 55 वर्षीय मां ने अपनी बेटी के लिए किडनी डोनेट किया. ऑपरेशन के बाद दोनों स्पेशल वार्ड में भरती हैं. दिल्ली से किडनी प्रत्यारोपण के लिए आये डॉ वी शीनू की टीम ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 16, 2016 6:51 AM
विभाग को अस्पताल प्रशासन भेजेगा प्रस्ताव
पटना : आइजीआइएमएस में मंगलवार को भी एक महिला (35 वर्षीय) का किडनी ट्रांसप्लांट किया गया. 55 वर्षीय मां ने अपनी बेटी के लिए किडनी डोनेट किया. ऑपरेशन के बाद दोनों स्पेशल वार्ड में भरती हैं.
दिल्ली से किडनी प्रत्यारोपण के लिए आये डॉ वी शीनू की टीम ने अस्पताल के निदेशक से कहा कि अगर यहां ब्रेन डेड पहुंचे लवारिश शरीर को सुरक्षित रख कर उनकी किडनी के उपयोग की व्यवस्था की जाये, तो कई लोगों को नयी जिंदगी मिल सकती है.
क्योंकि, रोड एक्सीडेंट में जब कोई शरीर अस्पताल पहुंचता है, तो उसके मरने के बाद 72 घंटे तक उसकी किडनी का ट्रांसप्लांट संभव है. निदेशक डॉ एन आर विश्वास ने विभागीय स्तर पर फाइल बनाकर जल्द से जल्द अनुमति लेने को कहा है. इस प्रक्रिया में जो सहयोग विभाग से लिया जा सकता है. उसका ब्योरा एक सप्ताह के भीतर विभाग को भेज दिया जायेगा.
मॉडयूलर ओटी होगी और हाइटेक : डॉ वी शीनू के मुताबिक पिछले दो साल से ओटी का मुआयना किया जा रहा था, लेकिन अभी कुछ औजार की जरूरत है. इसके बारे में निदेशक को बता दिया गया है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि अगले एक माह तक कमियां दूर कर ली जायेंगी.
नेफ्रोटॉक्सिन मेडिसिन से बचें, रस्सी नहीं कूदें, बॉक्सिंग नहीं करें, बीपी की जांच करायें, खान-पान पर ध्यान दें, वजन नहीं बढ़ने दें.
किडनी लेनेवाले क्या करेंदवा का रेग्युलर कोर्स करें, तीन माह पर जांच करायें, डॉक्टर जिना पानी बोले उतना ही पीयें. अधिक मेहनत का काम नहीं करें.

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