पटना : बिहार विधानसभा में विपक्षी सदस्यों ने आज बहुत ही नाटकीय अंदाज में अपने प्रश्न भी पूछे और सदन के वेल में आकर नारेबाजी भी की. विधानसभा में शून्यकाल की कार्रवाई के दौरान मुख्य विपक्षी दल सहित एनडीए के सदस्य वेल में आकर हंगामा करने लगे. सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सदस्यों ने सूबे में स्वास्थ्य विभाग के खास्ता हालात पर बहस करने की मांग कर रहे थे. बीच में विरोधी दल के नेता प्रेम कुमार ने भी विधानसभा अध्यक्ष से स्वास्थ्य पर चर्चा कराए जाने की अपील की. विपक्षी सदस्यों का कहना था कि अस्पतालों में जीवन रक्षक दवा की सप्लाई बंद है. गरीब मरीजों को दवा के अभाव में जान से हाथ धोना पड़ रहा है. वहीं हंगामे के बीच ही विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्रवाई जारी रखी.
विरोधी दल के नेताओं ने आज एक और अनूठा काम किया. शून्यकाल के दौरान बीजेपी सदस्यों को जब अपना प्रश्न पूछना होता था तो अपने सीट पर चले जाते थे और प्रश्न खत्म होते ही आकर नारेबाजी में शामिल हो जाते थे. कई बार तो कई सदस्य वेल से अपने सीट पर गये और तब प्रश्न पूछा. वहीं विपक्ष के इस रवैये पर संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि विरोधी दल हर दिन कुछ सवाल उठाते हैं लेकिन कोई भी नियमानुकूल नहीं उठाते. यहां तक कि अपने ही दल के नेताओं की बात मानना नहीं चाहते. श्रवण कुमार ने यह भी कहा कि विपक्षी सदस्य अखबारों की सुर्खियों में बने रहने के लिये इस तरह का हंगामा करते हैं. विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की नियमावली 99 के तहत सदन पटल पर रखे गये 7 कार्यस्थगन प्रस्तावों को भी अमान्य कर दिया.