पटना : भाजपा सांसद और फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा की जीवन पर आधारित किताब एनीथिंग बट खामोश के लोकार्पण के मौके पर होटल मौर्या के विशाल सभागार में इशारे ही इशारे में जमकर राजनीति हुई. राजनीति और फिल्मी जगत की कई नामचीन हस्तियों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और शेखर सुमन ने बिहारी बाबू के खूब कसीदे गढ़े. लालू प्रसाद ने जहां उनसे अपनी खामोशी तोड़ने की अपील की. लालू ने कहा कि पटना के मछुआ टोली के महंगू होटल से मुंबई की फिल्मी दुनिया में अपना मुकाम बना पाना इतना आसान नहीं था. इन्हें अब अपनी खामोशी तोड़नी चाहिए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, लालू जी इन्हें लाख चढ़ायेंगे, पर ये चढ़ेंगे नहीं. ये अपने हिसाब से चढ़ते हैं, लेकिन ये फैसला करेंगे तो हम सब इनके साथ हैं.
शेखर सुमन ने तो कह ही दिया है कि हमलोगों की फेविकॉल का जोड़ है. श्री सिन्हा की प्रशंसा करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि येउन्मुक्तता के साथ जियें. बिहार का मान बढ़ाया. किताब के विमोचन के दौरान ही मुख्यमंत्री ने श्री सिन्हा से बिहार में फिल्म सिटी बनाने की पहल करने का अनुरोध किया. लालू प्रसाद ने अपने अंदाज में कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा का एक पार्टी में इनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है. हमलोग इनसे घबराते थे कि जहां ये घूम जायेंगे हमलोगों को दिक्कत हो जायेगी. शत्रुघ्न सिन्हा की फिल्मी जीवन , राजनीतिक जीवन और इनकी लोकप्रियता और अपनत्व की प्रशंसा करते हुए उन्हेांने कहा कि इस आदमी का इस्तेमाल किया गया. देश की जो कुछ लोगों ने स्थिति कर दी है चाहे वह जेएनयू का मामला हो या वेमूला का मामला हो. ऐसी स्थिति में कब तक खामोश रहिएगा.