होली को लेकर सभी विभाग सतर्क, खुले रहेंगे अस्पताल डॉक्टरों की छुट्टी रद्द

पटना : होली के दिन छुट्टी के बावजूद भी अस्‍पताल खुले रहेंगे. 23 व 24 मार्च को आइजीआइएमएस, पीएमसीएच और गार्डिनर में आपातकालीन व्‍यवस्‍था की गयी है. मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसके लिए अस्पतालों में ओपीडी को छोड़ कर सभी विभाग का खोला रखा जायेगा. सरकारी छुट्टी के अवसर पर सिर्फ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 19, 2016 6:40 AM
पटना : होली के दिन छुट्टी के बावजूद भी अस्‍पताल खुले रहेंगे. 23 व 24 मार्च को आइजीआइएमएस, पीएमसीएच और गार्डिनर में आपातकालीन व्‍यवस्‍था की गयी है. मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसके लिए अस्पतालों में ओपीडी को छोड़ कर सभी विभाग का खोला रखा जायेगा. सरकारी छुट्टी के अवसर पर सिर्फ आउटडोर को ही बंद किया गया है. पीएमसीएच व आइजीआइएमएस के इमरजेंसी वार्ड में सीनियर डॉक्टरों की ड्यूटी लगायी गयी है. अस्पतालों में रोस्टर ड्यूटी भी तय दी गयी है. इतना ही नहीं 24 मार्च को सीनियर व जूनियर डॉक्टरों की छुट्टी भी रद्द कर दी गयी है.
24 मार्च को ओपीडी बंद: पीएमसीएच के प्रिंसिपल डॉ एसएन सिन्हा ने बताया कि 24 मार्च को
सिर्फ ओपीडी को बंद किया गया है. बाकी सभी विभाग खुले रहेंगे, ताकि मरीजों को किसी तरह की कोई
परेशानी नहीं हो. इसके अलावा सभी सीनियर व जूनियर डॉक्टरों की छुट्टी रद्द कर दी गयी है. होली के दिन काम करने को लेकर ड्यूटी चार्ट भी तैयार कर लिया गया है. मरीजों को परेशानी नहीं हो, इसके लिए विशेष डॉक्टरों की टीम लगायी जायेगी.
सुरक्षा को लेकर बैठक
पटना : होली में सुरक्षा को लेकर पटना पुलिस ने अपनी रणनीति तैयार कर ली है. इसके लिए शुक्रवार को एसएसपी मनु महाराज की अध्यक्षता में तमाम डीएसपी व थानाध्यक्षों की बैठक आयोजित की गयी.
बैठक में अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाने व शराब पी कर हुड़दंग मचाने वाले लफंगों पर नकेल कसने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये. इसके साथ ही लहेरियाकट बाइकर्स को पकड़ने के लिए भी हर थाना पुलिस को हर चौक-चौराहे पर तैनात रहने का निर्देश दिया गया है.
बैठक के पूर्व तमाम क्यू मोबाइल के जवानों को भी बुलाया गया और एसएसपी ने उन सभी को होली के दौरान व उसके बाद भी गली-मुहल्लों में गश्ती करने का निर्देश दिया है. क्योंंकि होली के दौरान लोग अपने पैतृक गांव चले जाते है और चोरियों की घटनाओं में इजाफा हो जाता है.
एसएसपी ने स्पष्ट कर दिया कि जिनके इलाके में किसी प्रकार की आपराधिक घटनाएं घटित होती है तो उन्हें इसका जबाव देना होगा और अगर जबाव संतोषजनक नहीं रहा तो फिर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जायेगी. बैठक में एक अप्रैल से होने वाली पूर्ण शराबबंदी के लिए आवश्यक तैयारियों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया.

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