नौ थानाध्यक्षों को नोटिस

लापरवाही. नौ थाना क्षेत्रों में अवैध शराब बिक्री का खुलासा पटना : पटना जिले के थानाध्यक्षों ने हाल में ही इस बात का सर्टिफिकेट दिया था कि उनके इलाके में अवैध शराब की बिक्री नहीं हो रही है. लेकिन छापेमारी के लिए विशेष टीम ने नौ थाना क्षेत्रों में अवैध शराब की बिक्री का मामला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 19, 2016 6:42 AM
लापरवाही. नौ थाना क्षेत्रों में अवैध शराब बिक्री का खुलासा
पटना : पटना जिले के थानाध्यक्षों ने हाल में ही इस बात का सर्टिफिकेट दिया था कि उनके इलाके में अवैध शराब की बिक्री नहीं हो रही है. लेकिन छापेमारी के लिए विशेष टीम ने नौ थाना क्षेत्रों में अवैध शराब की बिक्री का मामला पकड़ा है. इससे उन थानेदारों की पोल खुल गयी है.
एसएसपी मनु महाराज ने इस मामले को काफी गंभीरता से लेते हुए परसा बाजार, बेऊर, दीघा, अगमकुआं, शाहपुर, पाटलिपुत्र, आलमगंज, बुद्धा कॉलोनी व दानापुर के थानाध्यक्षों से स्पष्टीकरण मांगा है. एसएसपी ने बताया कि थानाध्यक्षों का जवाब संतोषजनक नहीं रहा, तो आगे की कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने बताया कि सभी थानाध्यक्षों को स्पष्ट कर दिया गया है कि उनके इलाके में अवैध रूप से शराब की बिक्री किसी भी हालत में नहीं होनी चाहिए.
छापेमारी की समीक्षा होगी
इधर नयी उत्पाद नीति 2015 की समीक्षा बैठक में अवैध शराब रोकने के लिए थाना स्तर पर हो रही छापेमारी की समीक्षा की गयी. कई थानाें के छापेमारी में विशेष रूचि नहीं लेने का मामला सामने आया. सभी को निर्देश दिया गया कि वे नियमित रूप से छापामारी करें. इसमें तेजी लाते हुए अवैध शराब बनाने व बेचने में संलिप्त व्यक्तियों को तत्काल गिरफ्तार करते हुए प्राथमिकी दर्ज करें.
15 मार्च तक प्रमाणपत्र देने का था निर्देश
सभी थानाध्यक्षों को 15 मार्च तक थाना अंतर्गत अवैध शराब नहीं बनने एवं बिकने के संबंध में प्रमाणपत्र देने का निर्देश दिया गया था.
पटना : एक अप्रैल से यदि किसी भी जगह पर अवैध शराब बनने या फिर बेचे जाने का मामला सामने आया, तो इसके लिए थानेदार सीधे तौर पर जवाबदेह होंगे. उनकी जिम्मेवारी होगी कि ऐसा कोई मामला सामने नहीं आये. नयी उत्पाद नीति 2015 की समीक्षा करते हुए डीएम संजय अग्रवाल ने सभी थानेदारों को हिदायत दी है कि अगर उनके क्षेत्र के अंतर्गत अवैध शराब बनने या बिकने का मामला आया, तो फिर उन पर कार्रवाई होगी.
समाहरणालय सभागार में हुई बैठक में जिले के सभी एसपी, डीएसपी, एसडीओ, बीडीओ, सीओ व थानेदारों समेत उत्पाद विभाग के अधिकारी मौजूद रहे. डीएम ने स्पष्ट किया कि किसी भी क्षेत्र में अवैध शराब बनने या बिकने की शिकायत प्राप्त होती है, तो यह गंभीर मामला होगा.
चेक पोस्ट और बैरियर पर होगी जांच
सभी थाना क्षेत्र में अवैध शराब के परिवहन की संभावना को खत्म करने और नियमित रूप से चेंकिग करने के उद्देश्य से चेक पोस्ट एवं बैरियर सुदृढ़ करने का भी निर्देश दिया गया है.
उत्पाद विभाग के पदाधिकारियों एवं सभी थानाध्यक्ष को कहा गया कि वे स्वयं ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण करें. लोगों को शराब छोड़ने के लिए प्रेरित करें तथा उनसे प्राप्त सूचना के आधार पर अवैध शराब बनाने एवं बेचने वाले के विरूद्ध तत्काल कार्रवाई करें ताकि लोगों में विश्वास की भावना पैदा हो.
चलेगा जन जागरूकता अभियान
डीएम ने शराबबंदी के संबंध में लोगों के बीच जन जागरूकता पैदा करने के लिए व्यापक कार्यक्रम चलाने का आदेश दिया. इसके तहत लोगों को नुक्कड़ नाटक, रैली तथा अन्य माध्यमों से शराब की लत छोड़ने के लिए प्रेरित करने एवं जन-जन तक मद्य निषेध कार्यक्रम पहुंचाने का अभियान चलाया जायेगा.
जीविका एवं जन शिक्षा निदेशालय के कला जत्था द्वारा चलाये जा रहे जन जागरूकता अभियान का भी सहयोग लिया जायेगा. नारकोटिक्स अधिनियम के तहत बनायी जानेवाली नारकोटिक एंड साइकोट्रोपिक औषधियों की थोक एवं खुदरा बिक्री के लेखा-जोखा की जांच की जायेगी. इससे इसका दुरुपयोग मादक द्रव्य के रूप में कोई नहीं कर पायेगा.

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