पटना : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोरचा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने आज नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला है. सूबे में बढ़ते अपराध पर चिंता जाहिर करते हुए जीतन राम मांझी ने सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधाऔर बिहार के लोगों से होली नहीं मनाने की अपील की है. इसके साथहीउन्होंनेकहाकि आरक्षण की समीक्षा होनी चाहिए, क्योंकि आरक्षित वर्ग के लोगों का बड़ा हिस्सा आरक्षण के लाभ से वंचित है.
बिहार की जनता से इस साल होली नहीं मनाने की अपील
अपने सरकारी आवास पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में जीतन राम मांझी ने बिहार में बढ़े जघन्य अपराध और इसकी भयावह स्थिति के कारण लोगों से इस साल होली नहीं मनाने को कहा है. उन्होंने कहा कि कई दलों के दफ्तर में होली मिलन समारोह मनाया जा रहा है, लेकिन हमारी पार्टी (हम) के दफ्तर में होली का कोई उत्सव नहीं मनाया जायेगा.
केंद्र सरकार की राशि खर्च नहीं कर पाती राज्य सरकार
जीतनराममांझी ने कहा कि केंद्र सरकार राज्य को जो राशि देती है वह खर्च नहीं होती. कैग रिपोर्ट में ये बात सामने आ चुकी है. पैसा रहते केंद्र के आगे गरीबी का रोना रोया जाता है, जो सही नहीं है. केंद्र की राशि से शिक्षकों को वेतन दिया जाता तो होली जैसे त्योहार में शिक्षकों को बिना वेतन नहीं गुजारना पड़ता.
आरक्षण की समीक्षा होनी चाहिए : मांझी
पूर्व मुख्यमंत्री ने पशु व मत्स्य मंत्री अवधेश कुमार सिंह के उस बयान की निंदा कि जिसमें उन्होंने कहा था कि मांझी गोलवलकर की गोद में बैठ कर आरक्षण खत्म करना चाहते हैं. मांझी ने कहा कि एक गरीब दलित का बेटा जीतन मांझी आरक्षण के पक्ष में नहीं बोलेगा, तो जमींदार का बेटा आरक्षण की बात करेगा. आरक्षण की समीक्षा होनी चाहिए, क्योंकि आरक्षित वर्ग के लोगों का बड़ा हिस्सा आरक्षण के लाभ से वंचित है. आरक्षित वर्ग में कई जातियों को शामिल किया गया, इसका दायरा नहीं बढ़ाया गया.
सीएम नीतीश पर वार
उत्तराखंड में सियासी उठापटक पर आये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान पर मांझी ने कहा कि जो काम बिहार में नीतीश कुमार ने किया, वहीं वहां हो रहा है. इसलिए मुख्यमंत्री अपने गिरेबां में झांक कर देंखे.