20 करोड़ खर्च, पर नहीं पहुंचा शुद्ध पेयजल

दानापुर : नगर पर्षद के 10 वार्डों में शुद्ध पेयजलापूर्ति पर करीब 20 करोड़ रुपये खर्च किये जाने के बाद भी योजना अधर में है़ 40 वार्डों में शुद्ध पेयजलापूर्ति की योजना बनायी गयी थी़ 10 वार्डों में काम भी शुरू हुआ, पर बाद में काम करनेवाली एजेंसी को हटा दिया गया़ राज्य सरकार ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 27, 2016 7:24 AM
दानापुर : नगर पर्षद के 10 वार्डों में शुद्ध पेयजलापूर्ति पर करीब 20 करोड़ रुपये खर्च किये जाने के बाद भी योजना अधर में है़ 40 वार्डों में शुद्ध पेयजलापूर्ति की योजना बनायी गयी थी़ 10 वार्डों में काम भी शुरू हुआ, पर बाद में काम करनेवाली एजेंसी को हटा दिया गया़
राज्य सरकार ने पटना के सटे दानापुर शहरी क्षेत्र को सेटलाइट के माध्यम से विकसित करने के लिए वर्ष 2011-12 में करीब 79 करोड़ की लगात से पर्षद के 40 वार्डों में शुद्ध पेयजलापूर्ति करने की योजना बनायी गयी थी़
बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड (बुडको ) द्वारा नौ जलापूर्ति पंप सह जलमीनार का निर्माण के साथ पाइप लाइन बिछा कर पूरे पर्षद क्षेत्र में करीब तीन लाख आबादी को शुद्ध पेयजलापूर्ति की जानी थी.
बुडको के माध्यम से काम को विशवा बीआरसीपीएन (जेभी) को दिया गया था़,परंतु निर्माण कार्य में लगी एजेंसी द्वारा जलमीनार निर्माण व पाइप लाइन बिछाने का काम धीमी गति से किये जाने के बाद बुडको ने एजेंसी को हटा दिया. इससे नगर के मुबारकपुर मध्य विद्यालय परिसर, बेली रोड स्थित सर गणेशदत्त मेमोरियल कॉलेज के पास व नया टोला में एक-एक अर्धनिर्मित जलमीनार का निर्माणाधीन कराया गया है़
मजे की बात यह है कि बुडको द्वारा पर्षद क्षेत्र के नौ जलमीनार का निर्माण कार्य 22 सिंतबर, 2013 को पूरा करने का लक्ष्य दिया गया था, परंतु जमीन के अभाव में अब तक छह जलमीनार का स्थल तक चयन तक नहीं किया गया है़
बुडको के प्रोजेक्ट डायरेक्टर संदीप कुमार ने बताया कि कार्य धीमी गति से किये जाने पर पूर्व की एजेंसी को हटा दिया गया है़ उन्होंने बताया कि निर्माणाधीन तीन जलमीनार सह पंप हाउस बनाने के लिए विभाग द्वारा टेंडर निकाल गया है़ एक माह के बाद से निर्माणाधीन जलमीनार का कार्य पूरा करने के लिए कार्य शुरू किया जायेगा. उन्होंने बताया कि छह जलमीनार के लिए नगर पर्षद प्रशासन द्वारा जमीन मुहैया नहीं कराये जाने के कारण जलमीनार का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है . अब विभाग द्वारा छह जलमीनार का निर्माण कार्य नहीं कराया जायेगा़
वहीं, पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी शशि भूषण प्रसाद ने बताया कि विभाग के अधिकारियों से जलमीनार निर्माण कार्य शुरू करने के लिए कई बार पत्र भी लिखा गया है ताकि नगर में शुद्ध पेयजल मुहैया करायी जा सके. उन्होंने बताया कि निर्माणाधीन तीन जलमीनार को भी चालू करने के लिए भी कहा गया है़ उन्होंने बताया कि छह जलमीनार के लिए जमीन चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है़

Next Article

Exit mobile version