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पैसा लेकर नंबर बढ़वाने परीक्षा केंद्र पर पहुंचा, पकड़ा गया

सफलता. द्वारिका कॉलेज में घुसने की कर रहा था कोशिश इंटर परीक्षा की कॉपी का मूल्यांकन शुरू हो गया है. इसे लेकर माफियाओं का भी खेल शुरू हो गया है. इसी क्रम में शनिवार को एक नन टीचिंग स्टाफ पकड़ा गया. पटना : रामकृष्ण द्वारिका कॉलेज में छात्र-छात्राओं की उत्तर पुस्तिका में नंबर बढ़वाने की […]

सफलता. द्वारिका कॉलेज में घुसने की कर रहा था कोशिश
इंटर परीक्षा की कॉपी का मूल्यांकन शुरू हो गया है. इसे लेकर माफियाओं का भी खेल शुरू हो गया है. इसी क्रम में शनिवार को एक नन टीचिंग स्टाफ पकड़ा गया.
पटना : रामकृष्ण द्वारिका कॉलेज में छात्र-छात्राओं की उत्तर पुस्तिका में नंबर बढ़वाने की सेटिंग करने पहुंचे बांका के आरए कॉलेज शंभुगंज के नन टीचिंग स्टाफ राकेश रंजन उर्फ नरेश यादव को गिरफ्तार लिया गया है.
उसके पास से 69 हजार नकद, कई छात्र-छात्राओं के एडमिट कार्ड समेत एक टेलीफोन डायरेक्टरी भी बरामद की गयी है. इस टेलीफोन डायरेक्टरी में कई छात्र-छात्राओं के रोल नंबर व फोन नंबर हैं. इसमें उन लोगों से ली गयी एक हजार से दो हजार की राशि की पूरी जानकारी भी है. कंकड़बाग थाने में कॉलेज के केंद्राधीक्षक के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. पुलिस उससे पूछताछ में यह पता लगा रही है कि वह किसे पैसे देने के लिए कॉलेज में पहुंचा था. हालांकि उसने फिलहाल किसी के नाम का खुलासा नहीं किया है.
कॉलेज में घुसने की कर रह था कोशिश : कंकड़बाग थाने के अशोक नगर इलाके में स्थित रामकृष्ण द्वारिका कॉलेज में बांका व रोहतास जिले की इंटर की कॉपी का मूल्यांकन हो रहा है.
कॉपी जांच के लिए परीक्षक अंदर प्रवेश कर रहे थे. इसी बीच राकेश रंजन भी परीक्षक के रूप में अंदर घुसने का प्रयास किया. हालांकि वहां पर कंकड़बाग थाने का एसआइ संतोष कुमार पुलिस टीम के साथ मुस्तैद थे. स्टाफ की गतिविधि संदिग्ध लगने पर उसे रोक लिया गया और फिर पूछताछ शुरू की गयी. इसके बाद चेकिंग के दौरान उसकी जेब से 69 हजार नकद, कई छात्र-छात्राओं के एडमिट कार्ड की छाया प्रति आदि बरामद की गयी. इसके बाद उसने पूछताछ में सेंटर पर आने का उद्देश्य बता दिया. इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
फोन डायरेक्टरी में पुराने परीक्षार्थियों का भी रोल नंबर : पुलिस ने जब फोन डायरेक्टरी खंगालनी शुरू की, तो उसमें वर्ष 2015 के कई इंटर परीक्षार्थियों के भी रोल नंबर मिले हैं. पुलिस अब इस बिंदु पर भी छानबीन कर रही है कि उसने पिछले साल भी इंटर की उत्तरपुस्तिकाओं में नंबर बढ़वाने के लिए सेटिंग तो नहीं की थी?
ऐसे होती है हेराफेरी : परीक्षा के बाद केंद्र से उत्तरपुस्तिकाओं को दूसरे जिलों में जांच करने के लिए बनाये गये सेंटर पर भेजा जाता है. संबंधित परीक्षा केंद्रों पर मूल्यांकन केंद्र के बारे में आसानी से जानकारी हो जाती है. इसके बाद उस सेंटर पर कौन-कौन परीक्षक हैं, इसकी भी डिटेल आसानी से निकाल ली जाती है और फिर परीक्षक से बात कर उत्तरपुस्तिकाओं में नंबर बढ़वाने की सेटिंग की जाती है.
बिहार बोर्ड के अध्यक्ष ने मूल्यांकन केंद्रों का किया निरीक्षण : पटना. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से शनिवार को कई मूल्यांकन केंद्रों पर जांच की गयी. समिति के अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह ने सभी मूल्यांकन केंद्रों के परीक्षा नियंत्रक को पांच अप्रैल तक मूल्यांकन कार्य पूरा कराने का निर्देश दिया.
कंकड़बाग स्थित गंगा देवी महाविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक शैलेश कुमार सिन्हा ने बताया कि समिति के अध्यक्ष द्वारा सेंटर पर औचक नीरिक्षण किया गया. उन्होंने मूल्यांकन कार्य के लिए अतिरिक्त शिक्षक मुहैया कराने की बात कही.
बिहटा : शनिवार को बिहटा के अमहरा स्थित एनएसआइटी कॉलेज में आयोजित इएसआइसी (कर्मचारी राज्य बीमा निगम ) की परीक्षा में मोबाइल और ब्लूटूथ के सहारे चोरी करते तीन छात्रों को अधिकारी ने गिरफ्तार कर बिहटा पुलिस को सौंप दिया. गिरफ्तार युवकों की पहचान हरियाणा के हिसार थाना निवासी सह बीटेक का छात्र नवीन कुमार ,राहुल कुमार और नवीन जांगरा के रूप में की जा रही है.
वहीं , बिहटा पुलिस ने छात्र के अंडरवियर से तीन मोबाइल, कान के भीतर जाकर न दिखने वाला तीन ब्लूटूथ और अत्याधुनिक तरीके से बनायी गयी तीन उजली गंजी को जब्त किया है. इस संबंध में इएसआइसी के क्षेत्रीय निदेशक अरविंद कुमार ने बताया कि शनिवार को बिहटा के नेताजी सुभाष इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कॉलेज के कंप्यूटर सेक्शन में इएसआइसी में एमटीएस के पद की बहाली के लिए ऑनलाइन परीक्षा आयोजित थी. परीक्षा शुरू होने के कुछ देर बाद निगरानी कर रहे मेरे एक अधिकारी ने कंप्यूटर पर तीन छात्रों को कुछ बातें करते देखा, जिसके बाद जांच के दौरान छात्र के अंडरवियर के पीक पॉकेट में रखे मोबाइल,बारीक तार से बनी गंजी और तीनों कान के भीतर लगा छोटा ब्लूटूथ बरामद किया गया.
इन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है. वहीं उन्होंने बताया कि गिरफ्तार छात्र से पूछताछ करने के दौरान उन्होंने एक गैंग द्वारा चार-चार लाख रुपये में नौकरी लगाने की बात तय की गयी थी. जब्त सारी सामग्री गैंग द्वारा उपलब्ध करायी गयी थी.
उन्होंने इस मामले को सीबीआइ से जांच करने के लिए अनुरोध किया है. इस संबंध में थानाप्रभारी ने बताया की यह एक बड़ी गैंग की खुलासा होने की संभावना व्यक्त की जा रही है. पुलिस हर बिंदू पर जांच कर रही है. बहुत जल्द गैंग का पट्टाक्षेप कर लिया जायेगा.

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