कंकड़बाग को भूल गया निगम

अनदेखी. नालों की उड़ाही की कार्ययोजना तो बनी, पर कंकड़बाग की समस्या बरकरार कंकड़बाग में मॉनसून के दौरान भारी बारिश होने पर इस बार भी भयंकर जलजमाव की स्थिति रहेगी, क्योंिक इस समस्या का समाधान अब तक नहीं हो पाया है पटना : कार्ययोजना बनती है, आदेश दिये जाते हैं, लेकिन सब-के-सब धरे रह जाते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 27, 2016 7:36 AM
अनदेखी. नालों की उड़ाही की कार्ययोजना तो बनी, पर कंकड़बाग की समस्या बरकरार
कंकड़बाग में मॉनसून के दौरान भारी बारिश होने पर इस बार भी भयंकर जलजमाव की स्थिति रहेगी, क्योंिक इस समस्या का समाधान अब तक नहीं हो पाया है
पटना : कार्ययोजना बनती है, आदेश दिये जाते हैं, लेकिन सब-के-सब धरे रह जाते हैं. जब समय रहता है, तो निगम प्रशासन सोया रहता है और दरवाजे पर विपदा आ जाती है, तो पछताने के अलावा कोई विकल्प नहीं रहता है. कुछ ऐसा ही हाल कंकड़बाग इलाके का है. मॉनसून के दौरान निगम क्षेत्र में जलजमाव की समस्या से लोग परेशान नहीं हो, इसको लेकर उम्मीद है कि अगले सप्ताह से व्यापक स्तर पर नाला उड़ाही कार्य शुरू हो, लेकिन कंकड़बाग की समस्या जस-की-तस बनी हुई है. यदि मॉनसून के दौरान भारी बारिश हुई, तो जलजमाव की सबसे भयंकर स्थिति कंकड़बाग की ही रहेगी. अधिकतर इलाके जलजामव की चपेट में रहेंगे.
न मिनी संप हाउस बना और न ही मिसिंग लिंक ठीक हुई :वर्ष 2014 में मॉनसून के दौरान तीन दिनों तक लगातार बारिश होती रही, जिससे निगम क्षेत्र के अधिकतर इलाकों में भयंकर जलजमाव की समस्या बनी रही.
वहीं कंकड़बाग और राजेंद्र नगर इलाकों में दो माह तक जलजमाव की समस्या से लोग परेशान रहे. इस समस्या से निजात दिलाने के लिए विभागीय स्तर पर मंत्री, प्रधान सचिव, नगर आयुक्त और मेयर खुद विजिट पर निकले. उस समय निर्णय लिया गया कि अशोक नगर जीरो प्वाइंट पर मिनी संप हाउस स्थापित करने के साथ साथ एनबीसीसी की मिसिंग लिंक को दुरुस्त किया जाये, लेकिन दो वर्षों में न ही संप हाउस स्थापित हुआ और न ही मिसिंग लिंक ही दुरुस्त हो सकी.
सेवा-शर्त में किया गया बदलाव :
अपर नगर आयुक्त (सफाई व योजना) शीर्षत कपिल अशोक के निर्देश के आलोक में चारों अंचलों के कार्यपालक पदाधिकारियों ने नाला उड़ाही कार्य शुरू किया, लेकिन भाड़े के उपकरणों के रेट तय नहीं होने से वे असमंजस में थे.
हालांकि, निगम मुख्यालय ने भाड़े के उपकरणों का किराया तय करने में सेवा-शर्त में थोड़ा बदलाव किया है, ताकि अंचल द्वारा ईंधन में की जा रही अनियमितता पर अंकुश लगाया जा सके. नयी सेवा-शर्त के अनुरूप लगभग उपकरणों का किराया तय कर लिया गया है और अगले सप्ताह से पूरी मुस्तैदी के साथ नाला उड़ाही कार्य शुरू कर दिया जायेगा.

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