अब जेनरल टिकट पर भी रहेगा बार कोड
पटना: जेनरल टिकट में छेड़छाड़ कर रेलवे के राजस्व को नुकसान पहुंचानेवालों पर अब नकेल कसने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए रेलवे बोर्ड ने जेनरल टिकट पर बार कोड लगाने का निर्णय लिया है. रेलवे ने पिछले दिनों कुछ ऐसे यात्रियों को पकड़ा, जो हर दिन टिकट खुद से नयी तारीख का […]
पटना: जेनरल टिकट में छेड़छाड़ कर रेलवे के राजस्व को नुकसान पहुंचानेवालों पर अब नकेल कसने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए रेलवे बोर्ड ने जेनरल टिकट पर बार कोड लगाने का निर्णय लिया है. रेलवे ने पिछले दिनों कुछ ऐसे यात्रियों को पकड़ा, जो हर दिन टिकट खुद से नयी तारीख का टिकट प्रिंट कर ट्रेन में सफर कर रहे थे. इसका खुलासा होने के बाद जेनरल टिकट पर बार कोड लगाने का निर्णय लिया गया. नये प्रोजेक्ट को दिल्ली के तीन स्टेशन से शुरू किया जा चुका है और अप्रैल से पूर्व मध्य रेल में भी यह लागू हो जायेगा.
नये नियम के बाद जब टिकट पर बार कोड लग जायेगा, तो चेकिंग करने वालों को कम परेशानी होगी. वह आराम से टिकट की पहचान कर लेंगे. रेलवे अधिकारियों के अनुसार बार कोड को बदलना या उसके जैसा टिकट बनाना बेहद मुश्किल होगा. रेलवे ने खुद को नुकसान से बचाने के लिए नयी पहल की है, जो कि यात्री व रेल दोनों के हित में है. फिलहाल नयी दिल्ली, पुरानी दिल्ली व निजामुददीन में इसे लागू कर दिया गया है.
स्पेशल ट्रेनों में भीड़ नहीं, रेगुलर में वेटिंग
रेलवे की ओर से होली स्पेशल ट्रेनें चलायी जा रही है. जबकि नियमित गाड़ियों में जगह उपलब्ध नहीं है और वेटिंग लिस्ट काफी लंबी है. वहीं, स्पेशल ट्रेनों में बर्थ खाली है.
खाली बर्थ
28 मार्च : दरभंगा-अंबाला 04911 में टू एसी में 2, थ्री एसी में 38, स्लीपर में 206 बर्थ
29 मार्च : पटना-मुंबई 09412 में टू एसी में 57, थ्री एसी में 131, स्लीपर में 25 और 04439 पटना-आनंद विहार टू एसी-159, थ्री एसी 566 बर्थ
30 मार्च : 04415 बरौनी-नयी दिल्ली में टू एसी 194, थ्री एसी में 427 बर्थ. 04407 दरभंगा-दिल्ली में टू एसी में 159, थ्री एसी में 355 बर्थ
31 मार्च : टू एसी 194, थ्री एसी 701. 27 मार्च : पटना-आनंद विहार 02365 टू एसी में 14, थ्री एसी में 45, स्लीपर में 104 बर्थ