महिलाओं के अधिकार का हनन हो, तो लड़कर लें
समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा की नसीहत पटना : महिलाएं व लड़कियां आज भी हिंसा की शिकार हो रही हैं. समाज में महिलाओं को उनका अधिकार मिले, इसके लिए महिलाओं को आगे आना होगा. अधिकार के लिए लड़ना भी पड़े तो पीछे न हटें. राज्य सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 35 फीसदी […]
समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा की नसीहत
पटना : महिलाएं व लड़कियां आज भी हिंसा की शिकार हो रही हैं. समाज में महिलाओं को उनका अधिकार मिले, इसके लिए महिलाओं को आगे आना होगा. अधिकार के लिए लड़ना भी पड़े तो पीछे न हटें. राज्य सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 35 फीसदी आरक्षण दिया है. उक्त बातें कार्यक्रम की मुख्य अतिथि और समाज कल्याण विभाग की मंत्री मंजू वर्मा ने कहीं.
वे गुरुवार को होटल पाटलिपुत्र अशोक में आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय परिचर्चा को संबोधित कर रही थीं. कार्यक्रम का आयोजन महिला जागरण केंद्र और केयर इंडिया की आेर से किया गया था. परिचर्चा का विषय घरेलू हिंसा की समझ एवं बिहार में घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण कानून 2005 के क्रियान्वयन था.
कार्यक्रम में राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा अंजुम आरा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा महिलाओं पर हो रही हिंसा को रोकने के लिए ही 35 फीसदी आरक्षण दिया गया है. इसके अलावा शराबबंदी भी हिंसा रोकने के लिए कारगर सिद्ध होगा. बाल संरक्षण आयोग की सचिव सह समाज कल्याण विभाग की संयुक्त सचिव सुजाता चलाना ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से जागरूकता आती है.
केयर इंडिया की कार्यकारी निदेशक नलीनी ने कहा कि घरेलू हिंसा पर व्यापक अध्ययन किया गया है. इसके तथ्यों के आधार पर घरेलू हिंसा आज भी जारी है. कार्यक्रम में दिल्ली, मध्यप्रदेश, झारखंड, ओड़िशा, हरियाणा से प्रतिनिधि शामिल हुई थीं. इस मौके पर महिला जागरण केंद्र की अध्यक्षा नीलू, यूनिसेफ के यामिन मजूमदार, मानवाधिकार कार्यकर्ता रूपेश आदि मौजूद थे.