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शराबबंदी का असर : मदहोशी टूटी, नशा छुड़वाने पहले ही दिन आये 150 लोग

शराबबंदी का असर : शाम होते ही दुकानें बंद, पुिलस सतर्क गुरुवार की रात 12 बजे से राज्य में शराबबंदी लागू कर दी गयी. इसके पहले बची देशी शराब को नष्ट कर दिया गया, जबकि विदेशी शराब की लाइसेंसी दुकानों को बंद कर दिया गया. इसका असर भी दिखा. गुरुवार को 150 लोग शराब छुड़वाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 1, 2016 3:03 AM
शराबबंदी का असर : शाम होते ही दुकानें बंद, पुिलस सतर्क
गुरुवार की रात 12 बजे से राज्य में शराबबंदी लागू कर दी गयी. इसके पहले बची देशी शराब को नष्ट कर दिया गया, जबकि विदेशी शराब की लाइसेंसी दुकानों को बंद कर दिया गया. इसका असर भी दिखा. गुरुवार को 150 लोग शराब छुड़वाने के लिए अस्पताल पहुंचे, जिनमें से 15 का इलाज किया गया.
पटना : प्रदेश में शुुक्रवार से देशी व मसालेदार शराब को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है, जबकि विदेशी शराब की बिक्री नगर निगम और नगर पर्षद क्षेत्र तक सीमित कर दी गयी है.
नगर निगम और नगर पर्षद क्षेत्र मेें विदेशी शराब सिर्फ सरकार नियंत्रित दुकानों पर बिकेगी. विधानमंडल के दोनों सदनों से सर्वसम्मति से पारित शराबबंदी विधेयक को राजभवन ने भी गुरुवार को अपनी मंजूरी दे दी. इसके बाद विशेष कैबिनेट की बैठक में इसे एक अप्रैल से लागू करने का निर्णय लिया
गया. देर शाम इसकी अधिसूचना जारी कर दी गयी. इससे पहले राज्य भर में बची हुई देशी व मसालेदार शराब को नष्ट कर दिया गया. दानापुर में 3.37 करोड़ की देशी शराब की 13.7 लाख बोतलों में तीन जेसीबी मशीनों की मदद से नष्ट किया गया. वहीं, बिहार राज्य बेवरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड ने बची हुई विदेश शराब को अपने नियंत्रण में लिया. विदेशी शराब की लाइसेंसी दुकानें शाम होते ही बंद हाे गयीं.
अब नगर निगम व नगर पर्षद क्षेत्र में विदेशी शराब दुकानों का संचालन बिहार राज्य बेवरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड ही करेगा. निजी क्षेत्र या ठेका सिस्टम से किसी विदेशी दुकान का संचालन या बंदोबस्ती को बंद कर दिया गया है. नये उत्पाद अधिनियम तैयार के तहत पुलिस और उत्पाद विभाग को खासतौर से जिम्मेवारी सौंपी गयी है.
इधर शराब पीने की अपनी लत छुड़वाने के लिए गुरुवार को करीब 150 लोग सरकारी अस्पतालों में परामर्श के लिए पहुंचे. इसमें 15 लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भरती कर इलाज किया गया. सभी जिलों में डिएडिक्शन सेंटर शुरू हो गया है, जहां शराब की लत छुड़ाने के लिए डॉक्टरों व काउंसेलरों द्वारा परामर्श दिया जा रहा है. हर डिएडिक्शन सेंटर में 10 बेड का आवंटन किया गया है. राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डाॅ एनके सिन्हा ने बताया कि जिला अस्पतालों में खुले डिएडिक्शन सेंटर में हर शिफ्ट में एक डॉक्टर की ड़्यूटी लगायी गयी है. पटना और दरभंगा में सदर अस्पताल नहीं होने के कारण मेडिकल काॅलेज अस्पताल में डिएडिक्शन सेंटर शुरू किया गया है.
उमा भारती ने की नीतीश की तारीफ
नयी दिल्ली. केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने शराबबंदी का विधयेक पास करने का स्वागत किया और सीएम से अच्छा काम जारी रखने को कहा. उन्होंने ट्वीट किया, शराब पर प्रतिबंध लगाना बहुत अच्छा कदम है. नीतीश जी इसे जारी रखिए.
तंबाकू उत्पादों पर 85% सचित्र चेतावनी
पटना. एक अप्रैल से देश भर में तंबाकू उत्पादों पर 85% सचित्र चेतावनी लागू हो जायेगी. स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात का एफिडेबिट राजस्थान हाइकेार्ट में 28 मार्च को जमा कराया है. इसका उल्लंघन करनेवाले तंबाकू उत्पाद बाजार से हटा लिये जायेंगे. यह याचिका वरिष्ठ अधिवक्ता राहुल जोशी ने राजस्थान हाइकोर्ट में की थी. अभी तक में बाजार में बिक रहे तंबाकू उत्पादों पर 40% ही सचित्र चेतावनी एक साइड में लगी होती है.

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