लालू नहीं, नीतीश हमारे नेता थे और हैं : अनंत

पटना : बिहार विधानसभा में मोकामा से निर्दलीय चुनाव जीते अनंत कुमार सिंह ने गुरुवार को सदन की सदस्यता ग्रहण की. उन्होंने बिना शपथ पत्र देखे ही एक स्वर में प्रतिज्ञान पढ़ लिया. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने उन्हें बधाई दी. शपथ ग्रहण के दौरान विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू व विजय कुमार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 1, 2016 7:25 AM
पटना : बिहार विधानसभा में मोकामा से निर्दलीय चुनाव जीते अनंत कुमार सिंह ने गुरुवार को सदन की सदस्यता ग्रहण की. उन्होंने बिना शपथ पत्र देखे ही एक स्वर में प्रतिज्ञान पढ़ लिया.
इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने उन्हें बधाई दी. शपथ ग्रहण के दौरान विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू व विजय कुमार सिन्हा अनंत सिंह के पास बैठे थे. शपथ ग्रहण के बाद सदन के बाहर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार उनके नेता थे और नेता हैं.
अनंत सिंह ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को अपना नेता मानने से इनकार किया और कहा कि वे हमारे नेता नहीं हैं, तो कैसे माने?
नीतीश सरकार से किसी प्रकार की नाराजगी से भी पल्ला झाड़ा. उन्होंने कहा किसरकार से कभी नाराजगी नहीं थी और न ही अभी है. हमारे उपर केस था, उसी मामले पर जेल जाना था, तो गये.
महागंठबंधन को समर्थन करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी वे निर्दलीय हैं. महागंठबंधन को उनके समर्थन की कोई जरूरत भी नहीं है. राज्य सरकार द्वारा देशी शराब पर लगायी गयी रोक का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि यह अच्छा कदम है. देसी के साथ-साथ विदेशी शराब भी बंद होनी चाहिए. इसके अलावा सिगरेट भी बंद होना चाहिए, इससे समाज खुशहाल होगा.
समाज में आधा से ज्यादा क्राइम शराब की वजह से होता है. अगर देसी-विदेशी शराब की बिक्री पर रोक लग जाये तो क्राइम आधा हो जायेगा. बिना शपथ पत्र देखे, एक स्वर में पढ़ने की प्रैक्टिस के सवाल पर अनंत सिंह ने मुस्कुराते हुए कहा कि जैसा पढ़ना था वैसा ही पढ़े. शपथ पत्र हमें पढ़ कर सुना दिया गया था, उसे हमने याद कर लिया था.

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