खुशखबरी ! बिहार के हर जिले में महिला आइटीआइ, पढ़ें
पटना : तकनीकी शिक्षा लेने को इच्छुक रहने वाली महिलाओं के लिये एक खुशखबरी है. बहुत जल्द बिहार सरकार श्रम संसाधन विभाग के माध्यम से महिला आइटीआइ खोलने जा रही है. चालू वित्तीय वर्ष में सबसे अधिक फोकस प्रशिक्षण पर दिया गया है.अगले तीन साल के भीतर सूबे के सभी जिलों में महिला आइटीआइ व […]
पटना : तकनीकी शिक्षा लेने को इच्छुक रहने वाली महिलाओं के लिये एक खुशखबरी है. बहुत जल्द बिहार सरकार श्रम संसाधन विभाग के माध्यम से महिला आइटीआइ खोलने जा रही है. चालू वित्तीय वर्ष में सबसे अधिक फोकस प्रशिक्षण पर दिया गया है.अगले तीन साल के भीतर सूबे के सभी जिलों में महिला आइटीआइ व अनुमंडल में सामान्य आइटीआइ खोलने का लक्ष्य विभाग ने तय कर दिया है.
विभाग का फोकस प्रशिक्षण पर
विभाग चालू वित्तीय वर्ष 2016-17 के अपने बजट 78094.38 लाख में से 68176.38 लाख रुपया सिर्फ प्रशिक्षण पर खर्च करेगा. समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में 2015-16 में विभाग ने ट्रेनिंग पर 6782.16 लाख खर्च किया था. श्रम संसाधन विभाग का अभी सबसे अधिक फोकस ट्रेनिंग पर है इसलिए विभाग प्रशिक्षण से संबंधित जो भी आधारभूत संरचना व सुविधा है उसे दुरुस्त करेगा. जरूरत के अनुसार भवन का निर्माण होगा तथा पुरानी मशीनें जो उपयोग के लायक नहीं है उसे बदला जायेगा तथा नये उपकरण लगाये जायेंगे ताकि प्रशिक्षण के बाद छात्र सीधे काम कर सके.
हर प्रखंड में स्किल सेंटर
बाजार में डिमांड वाले ट्रेड को चालू किया जाएगा या जहां चल रहा है वहां यूनिट बढ़ाया जाएगा. विभाग के एक अधिकारी के अनुसार अभी इलेक्ट्रिकल. इलेक्ट्रॉनिक्स, फीटर और डीजल मैकेनिक की काफी मांग है. इसलिए इसके प्रशिक्षण पर फोकस किया गया है. इसके आलावा हर प्रखंड में स्किल सेंटर खोला जा रहा है.
अंग्रेजी संवाद कला भी सिखायी जायेगी
सरकार इन केंद्रों में कौशल विकास के साथ -साथ अंग्रेजी संवाद कला व कंप्यूटर की बेसिक जानकारी भी देगी. विश्व बैंक की सहायता से मुजफ्फरपुर, भागलपुर, मोतिहारी. कटिहार, दरभंगा, गया, सीतामढ़ी और फारबिसगंज के सरकारी आइटीअाइ को सेंटर आफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जा रहा है. छह उग्रवाद प्रभावित जिलों में भी आइटीआइ खोला गया है. स्वरोजगार और व्यवसायिक दोनों तरह के प्रशिक्षण पर फोकस किया गया है.