उद्घाटन के छह माह बाद सीएम की ड्रीम प्रोजेक्ट बंद, धूल खा रही मशीन बदहाल टेली मेडिसिन
पटना: घर बैठे मरीजों को इलाज से संबंधित जानकारी मुहैया कराने के लिए पीएमसीएच में शुरू की गयी टेली मेडिसिन सेवा पिछले दो सालों से बदहाल है. 20 लाख रुपये की मशीन धूल खा रही है. टेली मेडिसिन के तहत सेटेलाइट से संपर्क करने के लिए एक रूम को कैमरा, कंप्यूटर और अन्य चिकित्सीय उपकरणों […]
पटना: घर बैठे मरीजों को इलाज से संबंधित जानकारी मुहैया कराने के लिए पीएमसीएच में शुरू की गयी टेली मेडिसिन सेवा पिछले दो सालों से बदहाल है. 20 लाख रुपये की मशीन धूल खा रही है. टेली मेडिसिन के तहत सेटेलाइट से संपर्क करने के लिए एक रूम को कैमरा, कंप्यूटर और अन्य चिकित्सीय उपकरणों से सजाया गया था. तब हेल्थ डिपार्टमेंट ने दावा किया था कि गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को बड़े अस्पताल जाने की जरूरत नहीं नहीं होगी और जिला अस्पतालों में भी ऐसे रोगियों का टेली मेडिसिन के माध्यम से राजधानी के विशेषज्ञ डॉक्टरों की सलाह से आसानी से उपचार किया जा सकेगा. यह दावा अब तक पूरी तरह खोखला साबित हुआ है.
मुख्यमंत्री की थी ड्रीम प्रोजेक्ट : पीएमसीएच में टेली मेडिसिन सेवा शुरू करना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ड्रीम प्रोजेक्ट थी. सीएम ने 27 नवंबर, 2013 को अधीक्षक आवास परिसर में टेली मेडिसिन सेवा का उद्घाटन किया था. लेकिन अधिकारियों की अनदेखी के चलते यह प्रोजेक्ट जर्जर हो चुकी है.
मशीन की टेस्टिंग नहीं टेली मेडेसीन मशीन कैसे काम करती है और इसे कब उपयोग में लाया जायेगा, इसके बारे में
किसी को पता नहीं है. मशीन की टेस्टिंग भी नहीं हो पायी और इसे बंद कर दिया गया. मशीन लगाने के पूर्व यहां के कुछ डॉक्टरों को तकनीकी चिकित्सा सेवा के लिए प्रशक्षिण दिया गया था, लेकिन मशीन के चालू नहीं होने से डॉक्टर भी प्रशक्षिण को भूल चुके हैं. साथ ही प्रशक्षिण प्राप्त कुछ डॉक्टरों का ट्रांसफर भी हो गया है.
डॉक्टर न टेक्नीशियन पीएमसीएच प्रशासन भले ही मशीन लगा दिया गया है, लेकिन इसके चालू नहीं होने की एक वजह डॉक्टरों की कमी भी शामिल है. अस्पताल में डॉक्टरों की कमी होने के चलते इसके चालू करने में परेशानी हो रही है. इसके अलावा टेक्नीशियन की कमी को भी माना जा रहा है. यहां टेलीमेडिसिन मशीन चलाने के लिए टेक्नीशियन की व्यवस्था नहीं है.
क्या कहते हैं अधिकारी
डॉक्टर व टेक्नीशियनों की कमी के चलते इसे शुरू करने में दिक्कत हो रही है. जैसे ही यह समस्या दूर होगी यह सुविधा फिर से शुरू कर दी जायेगी.
डॉ लखींद्र प्रसाद, अस्पताल अधीक्षक, पीएमसीएच