शराबबंदी पर शपथ बनी ऐतिहासिक क्षण
पटना : बिहार विधानमंडल का बजट सत्र सोमवार को खत्म हो गया. बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है. विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने सोमवार को सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा की. 25 फरवरी से चार अप्रैल तक बिहार विधानसभा में 23 […]
पटना : बिहार विधानमंडल का बजट सत्र सोमवार को खत्म हो गया. बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है. विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने सोमवार को सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा की. 25 फरवरी से चार अप्रैल तक बिहार विधानसभा में 23 दिनों तक सदन की कार्यवाही चली. विधानसभा में 4341 प्रश्नों आये, जिसमें से 3520 सवाल स्वीकृत हुए.
कार्यवाही के दौरान 451 सवाल के उत्तर आयs और 937 सवाल सदन के पटल पर रखे गये. स्पीकर विजय कुमार चौधरी ने कहा कि सत्र के दौरान 680 निवेदन मिले, जिसमें से 550 स्वीकृत किये गये. वहीं, 430 ध्यानाकर्षण सूचनाएं मिलीं, जिसमें से 37 को स्वीकृत किया गया और 360 सूचनाओं को लिखित जवाब के लिए संबंधित विभाग को भेजा गया.
सदन में 265 गैर सरकारी संकल्प की सूचना पर चर्चा भी हुई. स्पीकर ने कहा कि सदन में 30 मार्च को बिहार उत्पाद (संशोधन) विधेयक 2016 पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सरकार का पक्ष रखा और सदन में सर्वसम्मति से स्वीकृत हुआ. सदस्यों ने जिस उत्साह से इसे पारित किया सदन के अंदर वह एेतिहासिक क्षण था. सभी सदस्यों ने अपनी-अपनी सीट पर खड़े होकर यह संकल्प लिया कि हम ना शराब पियेंगे और सदन के बाहर के लोगों को भी शराब न पीने के लिए प्रेरित करेंगे.
उन्होंने कहा कि बजट सत्र में राज्यपाल का अभिभाषण, बजट पेश होने, सदन में दो विधायकों के शपथ लेने, बजट पर वाद-विवाद, सरकार का जवाब, कई विधेयकों के पारित होने और पेयजल व केंद्र की राशि में कटौती विषय पर अलग से परिचर्चा का आयोजन किया गया. बिहार विधानसभा अध्यक्ष ने अंत में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, नेता विरोधी दल समेत सभी सदस्यों का सदन की की कार्यवाही चलाने के लिए धन्यवाद भी दिया.