हुआ दो नुक्कड़ नाटकों की प्रस्तुति

हुआ दो नुक्कड़ नाटकों की प्रस्तुतिलाइफ रिपोर्टर पटना नवोदित सांस्कृतिक संस्था रंग-उमंग द्वारा बुधवार को तीन दिवसीय नाट्य महोत्सव रंग-उमंग 2016 का आयोजन नंदा नगर कॉलोनी सैदपुर के पास आयोजित किया गया. इसके पहले दिन एक के बाद एक दो नुक्कड़ नाटकों का मंचन किया गया. इसमें सांस्कृतिक संस्था दि आर्ट मेकर किलकारी बिहार बाल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 6, 2016 8:34 PM

हुआ दो नुक्कड़ नाटकों की प्रस्तुतिलाइफ रिपोर्टर पटना नवोदित सांस्कृतिक संस्था रंग-उमंग द्वारा बुधवार को तीन दिवसीय नाट्य महोत्सव रंग-उमंग 2016 का आयोजन नंदा नगर कॉलोनी सैदपुर के पास आयोजित किया गया. इसके पहले दिन एक के बाद एक दो नुक्कड़ नाटकों का मंचन किया गया. इसमें सांस्कृतिक संस्था दि आर्ट मेकर किलकारी बिहार बाल भवन रंग-उमंग एचएमटी के कलाकारों ने नाटक में अपना अभिनय दिखा कर दर्शकों का मन जीत लिया. यहां लोगों ने नाटक को देख भरपूर तालियां बजायी. पहला नाटक द संस्कृति आर्ट पटना द्वारा प्रेमचंद लिखित मुक्तिधन था. वहीं दूसरा नाटक ‘दिन फिरे कचरे के’ प्रेमचंद की कहानी पर आधारित था. इसका निर्देशन सत्यप्रकाश ने किया था.मुक्तिधन इस नाटक में रहमान ने अपने धर्म के विपरीत गाय पाल रखी है और उसकी सेवा खुद करता है. एक बार जब वो उसे बेचना चाहता है, तो उसके धर्म के लोग खरीददार बन कर आते हैं और उसे कई तरह के प्रलोभन देते हैं, लेकिन उसने अपनी गाय हिंदू को बेची क्योंकि वो जानता था कि वो उसे प्रेम करेगा. उसके सेवा करेगा और उसे मुसलमानों की तरह खाने का इस्तेमाल नहीं करेगा. इस नाटक में संतोष राजपूत, शताक्षी घोष, स्पर्श राज, आकाश कुमार, सौरभ सोनी, प्रशांत कुमार, क्रांति राज, उदय कृष्ण मानव जैसे सभी कलाकारों ने अभिनय किया.दिन फिरे कचरे केये नाटक मानव द्वारा उत्पन्न कूड़े-कचरे से भविष्य में होने वाले दुष्परिणामों की ओर जनता का ध्यान आकृष्ट करता है और कूड़े को सही तरीके से प्रबंधन करने के बारे में बताता है. साथ ही कूड़े का इस्तेमाल दोबारा करने के बारे में बोला जाता है. नाटक में कूड़े के ढेर को दिखाया गया है.इसमें राज, स्वीटी कुमारी, सृष्टि राज, रिया कुमारी, अंकित, खुशी मनमोल लाडो

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