पीयू में कॉमन एडमिशन टेस्ट से होगा नामांकन
पीयू में कॉमन एडमिशन टेस्ट से होगा नामांकन बेतहर कदम : सेंट्रलाइज्ड एडमिशन टेस्ट की पूरी प्रक्रिया होगी ऑनलाइन – कट ऑफ और मेरिट के आधार पर मिलेंगे काॅलेज – कुलपति के द्वारा प्राचार्यों की बैठक में लिया गया निर्णय – अब अलग अलग कॉलेजों में नहीं होगा एंट्रेंस टेस्ट – मई में मिलेंगे फॉर्म […]
पीयू में कॉमन एडमिशन टेस्ट से होगा नामांकन बेतहर कदम : सेंट्रलाइज्ड एडमिशन टेस्ट की पूरी प्रक्रिया होगी ऑनलाइन – कट ऑफ और मेरिट के आधार पर मिलेंगे काॅलेज – कुलपति के द्वारा प्राचार्यों की बैठक में लिया गया निर्णय – अब अलग अलग कॉलेजों में नहीं होगा एंट्रेंस टेस्ट – मई में मिलेंगे फॉर्म और जून में होगा एंट्रेस लाइफ रिपोर्टर, पटना पटना विश्वविद्यालय में नए सत्र में कॉमन एडमिशन टेस्ट से ही अब नामांकन होगा. यह वैसे ही होगा जैसे छात्र इंजीनियरिंग या मेडिकल के लिए कॉमन एंटेंस टेस्ट देते हैं और फिर कट ऑफ के आधार पर उन्हें बेस्ट कॉलेज मिलता है. जिनके सबसे ज्यादा अंक होंगे, उन्हें बेस्ट कॉलेज प्रोवाइड किया जायेगा. कट ऑफ और मेरिट के आधार पर ही उन्हें उनका मनपसंद कॉलेज मिलेगा, अन्यथा जो कॉलेज उन्हें दिया जायेगा उसे स्वीकार करना पड़ेगा. इसका निर्णय बुधवार को कुलपति प्रो वाइसी सिम्हाद्री की अध्यक्षता में हुई सभी प्राचार्यों की बैठक में ले लिया गया. इसके अतिरिक्त पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन करने पर भी सहमति बन गई है. कई वर्षों से चल रही थी तैयारीपीयू में सेंट्रलाइज्ड एडमिशन प्रक्रिया की तैयारी कई वर्षों से चल रही थी लेकिन इस पर आम सहमति नहीं बन पा रही थी. स्वयं कुलपति प्रो वाइसी सिम्हाद्री पिछले दो सत्र से इसे करने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन कोई न कोई अड़चन की वजह से यह नहीं हो पा रहा था, लेकिन बुधवार को बैठक में इसका निर्णय ले लिया गया है. इस निर्णय को एकेडमिक काउंसिल से भी पास कराया जायेगा और इसके बाद यह राजभवन भी भेजा जायेगा. पूरी प्रक्रिया को आॅन लाइन करने पर भी सहमति बनी है. इसमें छात्र को फॉर्म खरीदने या जमा करने के लिए विवि आने की जरूरत भी नहीं है. एकेडमिक काउंसिल की बैठक में भी होगी चर्चा पीयू का परीक्षा विभाग इस परीक्षा को वैसे ही संचालित करेगा जैसे कि फिलहाल वह बीएड और एमएड का एंट्रेंस टेस्ट करा रहा है. रिजल्ट भी पीयू जारी करेगा. इसके बाद की प्रक्रिया काॅलेजों में होगी. मई में फॉर्म मिलने लगेंगे और जून में किसी तिथि की घोषणा विवि द्वारा जल्द ही कर दी जायेगी. हालांकि इस निर्णय पर एकेडमिक काउंसिल की बैठक में भी चर्चा होगी और उसमें कुछ लोगों द्वारा इसका विरोध भी किया जा सकता है, लेकिन अगर वहां से सहमति मिलती है तो नया सत्र में पूरी नामांकन प्रक्रिया नई देखने को मिलेगी इसमें कोई दो राय नहीं है. आॅनलाइन प्रक्रिया करने के पीछे का उद्देश्य यूजीसी के गाइडलाइन को फॉलो करना है. ऑनलाइन पेमेंट का भी रहेगा ऑप्शन यूजीसी ने अभी हाल में सभी विवि को अपनी प्रक्रिया ऑनलाइन करने का निर्देश दिया था. नैक के लिए भी अब ये सारी चीजें आवश्यक हो गई हैं. आॅनलाइन प्रक्रिया में छात्रों को ऑनलाइन पेमेंट का ऑप्शन भी होगा. इसको लेकर किसी बैंक के साथ टाइअप करने आदि पर भी विचार चल रहा है. रिजल्ट और कट ऑफ लिस्ट भी ऑनलाइन जारी कर दिये जायेंगे. एेसा प्रयास होगा कि नामांकन के लिए छात्रों को कॉलेज और विवि का चक्कर लगभग ना के बराबर लगाना पड़े. संभवत: सिर्फ एक बार सर्टिफिकेट सत्यापन के लिए ही छात्र को आना हो सकता है, इसके बाद उसका एडमिशन हो जायेगा. इसके बाद छात्र को सीधे क्लास करने आना है. पीयू में सेंट्रलाइज्ड एडमिशन की प्रक्रिया को सहमति मिल चुकी है. नए सत्र से इसे लागू करने की तैयारी अब जल्द शुरू होगी. अब आगे की जरूरी औपचारिकताएं भी पूरी कर ली जायेंगी. बेहतर स्कोर के आधार पर कॉलेज आवंटित होंगे. यह वैसे ही होगा जैसे वर्तमान में कैट-मैट या कोई अन्य कॉमन एंट्रेंस एग्जाम होते हैं. इसके अतिरिक्त नामांकन प्रक्रिया को पूरी तरह ऑनलाइन भी कर दिया जायेगा जैसा कि यूजीसी का निर्देश है. मई-जून में पूरी नामांकन प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी. जुलाई में क्लासेज शुरू हो जायेंगे. प्रो आरके वर्मा, प्रतिकुलपति, पीयू