पेयजल संकट का समाधान नहीं होने पर स्थिति होगी विकराल: नंदकिशोर

पेयजल संकट का समाधान नहीं होने पर स्थिति होगी विकराल: नंदकिशोर संवाददातापटना. वरिष्ठ भाजपा नेता व लोक लेखा समिति के सभापति नंदकिशोर यादव ने कहा कि राजधानी में पेयजल समस्या का समय रहते समाधान नहीं निकाला गया तो स्थिति विकराल हो जाएगी. भू–गर्भ जल स्रोत का स्तर लगातार नीचे जा रहा है. इस वजह से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 8, 2016 12:00 AM

पेयजल संकट का समाधान नहीं होने पर स्थिति होगी विकराल: नंदकिशोर संवाददातापटना. वरिष्ठ भाजपा नेता व लोक लेखा समिति के सभापति नंदकिशोर यादव ने कहा कि राजधानी में पेयजल समस्या का समय रहते समाधान नहीं निकाला गया तो स्थिति विकराल हो जाएगी. भू–गर्भ जल स्रोत का स्तर लगातार नीचे जा रहा है. इस वजह से भू–गर्भ जल स्रोतों पर निर्भर रहकर पेयजल की समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकाला जा सकता. एक तरफ तो मुख्यमंत्री जी खुद यह सच स्वीकार करते हैं कि जल स्रोत का स्तर नीचे जा रहा है, तो दूसरी तरफ भू–गर्भ स्रोतों से ही जलापूर्ति की योजनाएं बन रही है. सतही जल से जलापूर्ति की पूर्व में बनायी गयी योजना को सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है. श्री यादव ने कहा कि राजधानीवासियों को पेयजल की समस्या से निजात दिलाने के लिए 500 करोड़ की योजना बनायी गयी थी. भू–गर्भ जल स्रोत के नीचे जाते स्तर को देखते हुए सतही स्रोतों से जलापूर्ति की योजना थी. खासकर गंगा नदी के जल का शुद्धिकरण कर घर–घर आपूर्ति कराया जाना था. 72 जल मिनारों का निर्माण इसके लिए होना था. पर सरकार की दुविधापूर्ण नीति की वजह से सतही स्रोतों से जलापूर्ति की योजना टांय–टांय फिस्स हो गयी है. मुख्यमंत्री जी अब फिर से भू–गर्भ से ही जलापूर्ति की योजना पर जोड़ दे रहे हैं.

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