हॉस्टल से ले प्रिंसिपल क्वार्टर तक अतिक्रमण
10 साल से अतिक्रमण की चपेट में है शास्त्री नगर गर्ल्स स्कूल पटना : खेलने के लिए ग्राउंड है. पढ़ने के लिए क्लास रूम भी है. रहने के लिए हॉस्टल भी है. बाहर दूसरे शहरों से यहां पर लड़कियां पढ़ने भी आती है, लेकिन एडमिशन लेने के बाद उन्हें पता चलता है कि यहां पर […]
10 साल से अतिक्रमण की चपेट में है शास्त्री नगर गर्ल्स स्कूल
पटना : खेलने के लिए ग्राउंड है. पढ़ने के लिए क्लास रूम भी है. रहने के लिए हॉस्टल भी है. बाहर दूसरे शहरों से यहां पर लड़कियां पढ़ने भी आती है, लेकिन एडमिशन लेने के बाद उन्हें पता चलता है कि यहां पर पढ़ाई करनी है तो उन्हें स्कूल के हॉस्टल में नहीं, बल्कि प्राइवेट हॉस्टल में रहना होगा.
यह हाल है पटना के प्रसिद्ध सरकारी स्कूल शास्त्री नगर गर्ल्स हाइ स्कूल का. हर साल विद्यार्थी यहां एडमिशन यह सोच कर लेती हैं कि उन्हें रहने की सुविधा मिलेगी, लेकिन उन्हें बाहर प्राइवेट हॉस्टल में रहना पड़ता है. स्कूल ऑथोरिटी मजबूर है. वो चाहते हुए भी लड़कियों को यह सुविधा नहीं दे पा रहा है. क्योंकि स्कूल की जमीन पर जबरन घर बना कर लोग रह रहे हैं.
छह माह तक रहा था गंदा पानी
स्कूल के पास हॉकी का सबसे बड़ा और सुविधाओं वाला खेल का मैदान है. लेकिन 2012 के अक्तूबर से 2013 के अप्रैल तक मैदान में पानी भरा होने के कारण कोई खेल नहीं हो सका. इस संबंध में स्कूल के स्पोर्ट टीचर मनोज कुमार ने बताया कि आये दिन खेल का मैदान गंदा पानी के कारण भर जाता है.
स्लम बस्ती से आने वाला यह गंदा पानी दरुगध के साथ पूरे मैदान को खराब कर देता है. 2012 में तो काफी दिनों तक गंदा पानी मैदान में रहा. इससे कई दिनों तक स्कूल को भी बंद करना पड़ा.