पियक्कड़ों को पकड़ने को जिलों में खुलेगा कंट्रोल रूम

पियक्कड़ों को पकड़ने को जिलों में खुलेगा कंट्रोल रूम- सभी जिलों में सशक्त छापेमारी करने के लिए जारी किये खास निर्देश- पुलिस महकमे ने पुलिस कप्तानों को इस संबंध जारी किया एसओपी- इसमें छापेमारी करने से लेकर जब्ती करने समेत सभी पहलुओं पर दिये गये निर्देशसंवाददाता4पटनाराज्य में शराबबंदी को कारगर तरीके से लागू करने के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 8, 2016 12:00 AM

पियक्कड़ों को पकड़ने को जिलों में खुलेगा कंट्रोल रूम- सभी जिलों में सशक्त छापेमारी करने के लिए जारी किये खास निर्देश- पुलिस महकमे ने पुलिस कप्तानों को इस संबंध जारी किया एसओपी- इसमें छापेमारी करने से लेकर जब्ती करने समेत सभी पहलुओं पर दिये गये निर्देशसंवाददाता4पटनाराज्य में शराबबंदी को कारगर तरीके से लागू करने के लिए पुलिस महकमे ने एक खास तरह की एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर) या कार्यप्रणाली तैयार की है. इसके तहत सभी जिलों में एसपी की देखरेख में एक-एक कंट्रोल रूम खुलेगा, ताकि अवैध शराब के खिलाफ किसी सूचना पर तुरंत कार्रवाई की जा सके. सभी जिलों में कंट्रोल रूम खुलने से अवैध शराब की शिकायतें तुरंत संबंधित जिले को मिलेगी और इस पर त्वरित कार्रवाई भी हो सकेगी. इसकी रोजाना रिपोर्ट भी पुलिस मुख्यालय को भेजनी होगी. पुलिस मुख्यालय ने इस मामले में सभी एसपी को खासतौर से निर्देश जारी कर दिया है.एसओपी की खास बातें- सभी जिलों को प्राप्त होने वाली शिकायतों का एक लॉग बुक या रजिस्टर तैयार करना होगा- शिकायत करने वाला अगर नाम बताना चाहे, तभी नाम और पता लिखना है- जो अपना नाम गुप्त रखना चाहते हैं, उनसे नाम और पता नहीं पूछा जायेगा- इन सूचनाओं पर कार्रवाई होगी और इसकी रिपोर्ट मुख्यालय को फैक्स से भेजी जायेगी- व्हाट्स एप के ग्रुप को भी काफी सक्रिय करने के लिए कहा गया है- थाना स्तर से मुख्यालय स्तर के सभी पुलिस पदाधिकारियों को एंड्रॉयड फोन दिया गया- शराब की जब्ती और इसे नष्ट करने के लिए भी खासतौर से निर्देश दिये गये हैं – थानों के मालखाने में जब्त शराब को कोर्ट के आदेश से नष्ट किया जायेगा- दो गवाह के सामने अवैध शराब की जब्ती होगी व जिम्मेवार व्यक्ति हस्ताक्षर करेंगे – शराब जब्ती समेत इसके नष्ट और छापेमारी के लिए दिशा-निर्देश दिये गये हैंबॉक्स में …..चौक-चौराहों पर पियक्कड़ों की मशीन से होगी जांचअब राज्य के चौक-चौराहों पर कोई शराब पीकर बच नहीं सकता है. पुलिस के पास ‘ब्रेथ एनालाइजर’ मशीन आ गयी है. इसके माध्यम से किसी के सांस की जांच करके या मुंह में मशीन को डाल कर आसानी से पता किया जा सकता है कि वह कोई शराब पीये हुए है या नहीं. अगर कोई शराब पीये हुए होगा, तो उसकी गिरफ्तारी होगी, साथ ही यह मशीन एक स्लिप या रसीद निकाल कर दे देगी. इसमें यह लिखा होगा कि उसे किस स्थान से और कब गिरफ्तार किया गया है. इस मशीन में जीपीएस लगा होगा, जिससे लोकेशन भी पता चल सकेगा. बड़े जिलाें में 10 और छोटे जिलों में पांच मशीनें दी गयी हैं.

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