पटना: आधी-अधूरी सफाई व्यवस्था के भरोसे ही नगर निगम बरसात में होनेवाले जलजमाव से निबटने का दावा कर रहा है. इसकी एक बानगी करबिगहिया व चिरैयाटांड़ मुहल्ले में देखी जा सकती है. इन मुहल्लों में कई गलियों के मैनहोल जाम हैं और गंदा पानी सड़क पर बह रहा है. सफाई निरीक्षक पंपिंग सेट खराब होने का बहाना बना कर पल्ला झाड़ रहे हैं. वार्ड 29 में पड़नेवाले इस क्षेत्र में करीब ढाई महीने से पंपिंग सेट खराब पड़ा है, जिसके चलते नियमित सफाई नहीं हो पा रही.
गंदा पानी सड़क पर
रविवार की दोपहर करबिगहिया की आइस फैक्टरी गली में मेनहोल का पानी सड़क पर बहता दिखा. गली में कई मेनहोल भरे थे, जिनका गंदा पानी निकल कर सड़क पर आ रहा था. ठीक यही स्थिति चिरैयाटांड़ के गजाधर गली नंबर तीन में दिखी. मेनहोल का पानी गली के साथ ही घरों के अंदर भी जमा था. स्थानीय नागरिक अरुण कुमार सिन्हा, ओमप्रकाश, अजरुन प्रसाद ने बताया कि आइवीआरएस पर कई बार सफाई इंस्पेक्टर को शिकायत की, पर कोई सुनवाई नहीं हुई. बार-बार पंपिंग सेट खराब होने का बहाना बनाया जाता है. खराब सेट 20 दिनों से गली के मोड़ पर रखा है.
सर्विस नाला भी जाम
तारकेश्वर पथ के मुकुंद प्रसाद ने बताया कि बैद्यनाथ भवन के ठीक सामने पुराने सर्विस नाले की दशकों से सफाई नहीं हुई है. नाला पूरी तरह भर गया है और उसमें बड़े-बड़े पेड़ उग आये हैं. अगर निगम प्रशासन इसकी उड़ाही करा दे, तो करीब 150 घरों में रहनेवाले सैकड़ों परिवारों को फायदा होगा.