देशद्रोह तय करने का अधिकार केवल संविधान के पास : डा. प्रभाकर सिन्हा

देशद्रोह तय करने का अधिकार केवल संविधान के पास : डा. प्रभाकर सिन्हा संवाददाता4पटनाक्या गलत है, क्या सही है. राष्ट्रवाद, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, देशद्रोह आदि ऐसे मुद्दे हैं जिन्हें करने का अधिकार केवल संविधान को है. कानून को ही यह तय करने का अधिकार है, दूसरे किसी और को नहीं है. ये बातें लोक स्वतंत्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 8, 2016 12:00 AM

देशद्रोह तय करने का अधिकार केवल संविधान के पास : डा. प्रभाकर सिन्हा संवाददाता4पटनाक्या गलत है, क्या सही है. राष्ट्रवाद, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, देशद्रोह आदि ऐसे मुद्दे हैं जिन्हें करने का अधिकार केवल संविधान को है. कानून को ही यह तय करने का अधिकार है, दूसरे किसी और को नहीं है. ये बातें लोक स्वतंत्र संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ प्रभाकर सिन्हा ने कहीं. गांधी संग्रहालय में आयोजित एक संगोष्ठी के दौरान उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद की धारणा अच्छी है. लेकिन, इसके लिए नागरिकों के बीच हिंसा सही नहीं है. संगोष्ठी का विषय हाल के छात्र आंदोलनों से उभरते सवालों को रखा गया था. संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रो विनय कुमार कंठ ने कहा कि जिस तरह का समाज बनता जा रहा है वो संविधान विरोधी चल रहा है. संगोष्ठी की अध्यक्षता पीयूसीएल की बिहार राज्य इकाइ की अध्यक्ष प्रो डेजी नारायण ने किया. कार्यक्रम में सचिव सरफराज, अनिश अंकुर, कुमारेश, सिस्टर सुधा वर्गीज, ज्योतिशा, महेंद्र नारायण कर्ण आदि मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version