हीट वेव ने दिखाया अपना असर, राजस्थान से भी गरम हुआ पटना

पटना का अधिकतम तापमान 42.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो मौसम का सबसे गरम दिन है पटना : राजस्थान देश में सबसे गरम प्रदेश के रूप में प्रसिद्ध है, लेकिन शनिवार को राजस्थान से भी गरम प्रदेश बिहार बन गया. राजस्थान के जयपुर, जैसलमेर, जोधपुर आदि शहरों का तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस से 37.9 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 10, 2016 5:49 AM
पटना का अधिकतम तापमान 42.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो मौसम का सबसे गरम दिन है
पटना : राजस्थान देश में सबसे गरम प्रदेश के रूप में प्रसिद्ध है, लेकिन शनिवार को राजस्थान से भी गरम प्रदेश बिहार बन गया. राजस्थान के जयपुर, जैसलमेर, जोधपुर आदि शहरों का तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस से 37.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. जबकि, राजधानी पटना का तापमान 42.3 डिग्री सेल्सियस और गया का तापमान 42.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य तापमान से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक है.
राजधानी सहित सूबे के कई हिस्से हीट वेव की चपेट में आ गये हैं. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक देश में सबसे गरम प्रदेश बिहार हो गया है और गरमी की तपिश लंबे दिनों तक जारी रहने की आशंका भी है. हालांकि, सोमवार से तापमान में थोड़ी गिरावट आ सकती है, लेकिन गरमी की तपिश से राहत मिलने की संभावना नहीं है.
तीखी गरमी से लोग हो रहे परेशान
पिछले तीन दिनों से राजधानी सहित सूबे में सुबह से लेकर शाम तक चिलचिलाती धूप निकल रही है. दोपहर होते-होते आसमान से सूर्य देवता आग बरसाना शुरू कर देते हैं. इससे सड़कों पर भीड़ भी कम हो गयी है. दोपहर में लोगों ने घरों व दफ्तरों में एसी, कूलर व पंखे की हवा से बहार निकलना बंद कर दिया है. सड़कों पर लोग दिखते है तो तौलिया से चेहरा ढके होते हैं. इसके साथ ही सत्तू और नीबू पानी पी कर गरमी भगा रहे हैं.
फिलहाल ज्यादा राहत की उम्मीद नहीं
सूबे के अधिकतर हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक हो गया है. इससे दक्षिण-पश्चिम व मध्य बिहार हीट वेव की चपेट में आ गया है. सोमवार से थोड़ा तापमान नीचे आयेगा. हालांकि, ज्यादा राहत नहीं मिलेगी. ससमय मॉनसून आया तब ही गरमी से राहत मिलेगी.
एके सेन, निदेशक, मौसम विज्ञान केंद्र, पटना
पटना : भीषण गरमी में बिजली सेवा बेहाल होनी शुरू हो गयी है. बिजली उन इलाकों में सबसे ज्यादा कट रही है जहां सबसे ज्यादा लोगों की आवाजाही और भीड़ रहती है. मौर्य लोक, विकास भवन, गांधी मैदान इलाके में सुबह 11 से शाम पांच बजे तक लोगों को बिजली के लगातार कटने के कारण परेशान होना पड़ा. इसके कारण सचिवालय, कलेक्ट्रेट, कमिश्नरी के साथ ही मौर्य लोक, हरि निवास कांपलेक्स और डाकबंगला चौराहा, कबूतर खाना, ऑफिसर फ्लैट और बेली रोड के साथ ही सिन्हा लाइब्रेरी, पुलिस लाइन, गोलघर चौराहा, छज्जूबाग औरगांधी मैदान में बिजली सेवा पटरी से उतरी रही.
इसके अलावा जिन इलाकों में कोई सूचना नहीं दी गयी, वहां भी कई घंटे बिजली काटी गयी. कंकड़बाग और राजेंद्रनगर के साथ राजीव नगर, पाटलिपुत्रा में बिजली आती जाती रही. कंकड़बाग में तो चार घंटे तक बिजली गुल रही. इससे एक लाख से ज्यादा की आबादी प्रभावित रही. पेसू के इंजीनियर इसका कारण मेंटेनेंस को बता रहे हैं.

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