साजना दिवस पर नगर कीर्तन आज

तख्त साहिब में रखा गया अखंड पाठ पटना सिटी : खालसा पंथ 317 वां साजना दिवस के चार दिनी समारोह में दूसरे दिन सोमवार को तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब में ग्रंथी की देखरेख में गुरु ग्रंथ साहिब का अखंड पाठ रखा गया. इसका समापन मुख्य समारोह के दिन 13 अप्रैल को होगा. इधर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 12, 2016 6:07 AM
तख्त साहिब में रखा गया अखंड पाठ
पटना सिटी : खालसा पंथ 317 वां साजना दिवस के चार दिनी समारोह में दूसरे दिन सोमवार को तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब में ग्रंथी की देखरेख में गुरु ग्रंथ साहिब का अखंड पाठ रखा गया.
इसका समापन मुख्य समारोह के दिन 13 अप्रैल को होगा. इधर , गुरु के बाग स्थित गुरुद्वारा में चल रहे अखंड पाठ का सिलसिला लगातार दूसरे दिन भी बना रहा. मंगलवार को गुरु के बाग स्थित गुरुद्वारा से नगर कीर्तन निकाला जायेगा. नगर कीर्तन आरंभ होने से पहले गुरु के बाग गुरुद्वारा में चल रहे गुरु ग्रंथ साहिब अखंड पाठ की समाप्ति के बाद विशेष दीवान सजेगा.
इसमें भजन -कीर्तन व कथा -प्रवचन के उपरांत नगर कीर्तन आरंभ होगा. पंज प्यारे व झूलते निशान साहिब के साथ गुरु के बाग गुरुद्वारा से नगर कीर्तन दोपहर में निकलेगा, जो शाम को तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब आयेगा. यहां पर नगर कीर्तन पहुंचने के उपरांत विशेष दीवान सजेगा. इसमें भजन -कीर्तन व कथा -प्रवचन के साथ अन्य धार्मिक का आयोजन किया जायेगा. जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह व गुरुवाणी मर्मज्ञ प्रो लाल मोहर उपाध्याय ने बताया कि वैशाखी के दिन 1699 में श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज ने केशगढ़ आनंदपुर साहिब पंजाब में खालसा पंथ की नींव रखी.
गुरु महाराज ने देश की एकता, अखंडता व धर्म निरपेक्षता का मंत्र देते हुए ऊंच-नीच का भेद मिटाते हुए पंज प्यारे को अमृत छकाया, जबकि बैसाखी नामके किसान सर्दियों के फसल काट लेने के बाद खुशियां मनाते हैं. इसलिए सिख समुदाय बैसाखी व खालसा पंथ की सृजना दिवस का त्योहार सामूहिक रूप से मनाता है.

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