दक्षिण व उत्तर बिहार के बीच होगा सीधा संपर्क
पटना : रेल–सह–सड़क पुल, मुंगेर के चालू हो जाने से पुल के आसपास दक्षिणी और उत्तरी बिहार के शहरों के बीच सीधा रेल मार्ग उपलब्ध हो गया है और उनके बीच दूरियां काफी कम हो गयी हैं. अब इस पुल से कई नयी गाड़ियां चलायी जा सकेंगी व मालगाड़ियों के लिए सीधा और वैकल्पिक मार्ग […]
पटना : रेल–सह–सड़क पुल, मुंगेर के चालू हो जाने से पुल के आसपास दक्षिणी और उत्तरी बिहार के शहरों के बीच सीधा रेल मार्ग उपलब्ध हो गया है और उनके बीच दूरियां काफी कम हो गयी हैं. अब इस पुल से कई नयी गाड़ियां चलायी जा सकेंगी व मालगाड़ियों के लिए सीधा और वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध हो जायेगा. यह पुल न केवल भौगोलिक रूप से इस क्षेत्र के एकीकरण में सहायक होगा, बल्कि इस क्षेत्र के सामाजिक, आर्थिक और औद्योगिक विकास का पथ भी प्रशस्त करेगा. इस परियोजना के लिए कुल 329 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया था. पुल के दक्षिणी गाइड बांध की लंबाई 1414 मी, जबकि उत्तरी गाइड बांध की लंबाई 2818 मीटर यानि लगभग तीन किमी लंबा गाइड बांध है.
पिछले दो वर्षों में एक तिहाई से अधिक काम हुआ पूरा : मुंगेर में गंगा पर रेल पुल के लिए वित्तीय 2009–10 से 2013–14 तक पिछले पांच वर्षों में 579 करोड़ की राशि उपलब्ध करायी गयी, जबकि लगभग इतनी ही राशि (516 करोड़) पिछले दो वर्षों में उपलब्ध करायी गयी. इस परियोजना का लगभग 34 प्रतिशत कार्य यानी की एक तिहाई से भी ज्यादा पिछले दो वर्षों में पूरा किया गया, जिससे यह महत्वपूर्ण परियोजना पूरी हो सकी. पुल के निर्माण पर कुल 2774 करोड़ रुपये की लागत आयी है, जिसमें रेल भाग के निर्माण पर 1246.55 करोड़ रुपये व्यय हुआ है.