मंत्री तेज प्रताप नहीं गये जनता दरबार, राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं शुरू
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव नहीं पहुंचे. सोमवार को जनता दरबार में स्वास्थ्य विभाग की समस्याओं की शिकायतों को संबंधित मंत्री को सुनना था. दरबार में उपस्थिति अनिवार्य थी लेकिन स्वास्थ्य मंत्री जनता दरबार में नहीं पहुंचे. इस बात को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं शुरू […]
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव नहीं पहुंचे. सोमवार को जनता दरबार में स्वास्थ्य विभाग की समस्याओं की शिकायतों को संबंधित मंत्री को सुनना था. दरबार में उपस्थिति अनिवार्य थी लेकिन स्वास्थ्य मंत्री जनता दरबार में नहीं पहुंचे. इस बात को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गयी हैं. स्वास्थ्य मंत्री की जगह पर विभाग के प्रधान सचिव आर. के. महाजन पहुंचे. मीडिया ने जब महाजन से स्वास्थ्य मंत्री की अनुपस्थिति का कारण पूछा तो बताया गया कि मंत्री काफी व्यस्त हैं.
पहले भी सीएम के साथ कार्यक्रम में नहीं पहुंचे थे स्वास्थ्य मंत्री
गौरतलब हो कि राजधानी पटना के आईजीआईएमएस में किडली ट्रांसप्लांट सेंटर के शुभारंभ के मौके से ठीक पहले स्वास्थ्य मंत्री की तबीयत अचानक बिगड़ गयी थी. ट्रांसप्लांट सेंटर का शुभारंभ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ स्वास्थ्य मंत्री को भी करना था. स्वास्थ्य मंत्री इस मौके पर भी नहीं पहुंचे जिसकी वजह से कार्यक्रम को स्थगित किया गया.
विधानमंडल में अनुपस्थिति पर हुआ था बवाल
बजट सत्र के दौरान स्वास्थ्य मंत्री की अनुपस्थिति को लेकर बीजेपी नेता सुशील मोदी ने तेजप्रताप यादव पर कार्रवाई की मांग तक कर दी थी. यहां तक की सुशील मोदी ने तेज प्रताप यादव के बरखास्तगी की मांग भी की थी. मोदी ने कहा था कि स्वास्थ्य मंत्री का लगातार सदन से अनुपस्थित रहना सदन का अपमान है. एक महीने के सत्र में स्वास्थ्य मंत्री कुछ ही घंटों के लिए सदन में आये जो ठीक नहीं है.
जनता दरबार में नहीं आने पर उठ रहे हैं सवाल
जनता दरबार में स्वास्थ्य मंत्री के नहीं जाने को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गयी हैं. राजनीतिक जानकार और विपक्ष के कई नेताओं का मानना है कि महागंठबंधन के अंदरखाने सबकुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है.