शरद के मामले में ‘जल्दबाजी’ नीतीश की नियत परिलक्षित करता है : सुशील मोदी
पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर आज पूछा कि जब शरद यादव का कार्यकाल पूरा होने में तीन महीने बाकी थे तो ऐसे में उस पद पर आसीन होने को लेकर नीतीश जी को ‘जल्दबाजी’ किस बात की थी […]
पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर आज पूछा कि जब शरद यादव का कार्यकाल पूरा होने में तीन महीने बाकी थे तो ऐसे में उस पद पर आसीन होने को लेकर नीतीश जी को ‘जल्दबाजी’ किस बात की थी और उनका ऐसा किया जाना उनकी नियत को परिलक्षित करता है.
जदयू का अंदरूनी मामला
बिहार विधान परिषद में प्रतिपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी ने अपने आवास पर जनता दरबार के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वैसे तो यह जदयू का अंदरूनी मामला है, पर नीतीश कुमार को स्वयं को उक्त पार्टी के अध्यक्ष पद पर आसीन होने को लेकर जितनी जल्दबाजी थी. उसके कारण शरद यादव को अपना कार्यकाल पूरा होने के तीन महीने पूर्व ही उक्त पद से हटने को विवश होना पड़ा.
नीतीश की नियत पर सवाल
उन्होंने कहा कि इससे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अपनी पार्टी पर पूरा नियंत्रण होने के उनकी नियत को परिलक्षित करता है. सुशील ने कहा कि नीतीश ने ऐसा करके एक नेता और एक पद के आदर्श की भी अनदेखी की है. उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार ने अंगुली पकडकर राजनीति सिखाने वाले जार्ज फर्नांडीस के बाद शरद यादव को भी किनारे लगा दिया.