एनसीइआरटी बुक ही चलाएं स्कूल अभिभावकों पर नहीं डालें दबाव

पटना : हर स्कूल को क्लास एक से लेकर 12वीं तक एनसीइआरटी और सीबीएसइ की ही किताबें पढ़ानी हैं. इसके अतिरिक्त अन्य कोई भी किताब किसी भी क्लास में नहीं पढ़ायी जायेगी. यह आदेश सीबीएसइ ने दोबारा से तमाम स्कूल प्रशासनों को दिया है. सीबीएसइ ने स्कूलों को लिखे पत्र में कहा है कि अभिभावकों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 14, 2016 7:22 AM
पटना : हर स्कूल को क्लास एक से लेकर 12वीं तक एनसीइआरटी और सीबीएसइ की ही किताबें पढ़ानी हैं. इसके अतिरिक्त अन्य कोई भी किताब किसी भी क्लास में नहीं पढ़ायी जायेगी. यह आदेश सीबीएसइ ने दोबारा से तमाम स्कूल प्रशासनों को दिया है. सीबीएसइ ने स्कूलों को लिखे पत्र में कहा है कि अभिभावकों के द्वारा बोर्ड के पास शिकायत आयी है कि स्कूल वाले अपनी पसंद के पब्लिकेशन की किताब खरीदने की जबरदस्ती करते हैं. ऐसा न किया जाये.
कई शहरों में एनसीइआरटी के सेंटर: किताबें समय से उपलब्ध हों, इसके लिए दस शहरों में एनसीइआरटी के सेंटर खोले गये हैं. हर सेंटर पर पर्याप्त संख्या में किताबें उपलब्ध करायी गयी हैं. इसके अलावा, सीबीएसइ की ओर से क्लास एक से 12वीं तक की एनसीइआरटी की किताबें वेबसाइट epathshala.nic.in पर मुफ्त में उपलब्ध करायी गयी हैं. साथ ही सीबीएसइ की वेबसाइट www.cbse.nic.in पर भी एनसीइआरटी की किताबें मुफ्त उपलब्ध करायी गयी हैं.
गत वर्ष ही दिया गया था निर्देश
सीबीएसइ ने प्रिंसिपलों को लिखे पत्र में स्पष्ट कहा है कि क्लास एक से 12वीं तक एनसीइआरटी की किताबें चलाने के लिए स्कूलों को 20 जुलाई 2015 को ही निर्देश जारी कर दिया था. हर क्लास में अब एनसीइआरटी की किताबों से ही पढ़ाई होगी. स्कूल अपनी मरजी के कोई किताब नहीं चला सकता है. फाइनल एग्जाम भी सीबीएसइ के सिलेबस के अनुसार ही लिये जायेंगे.
मिली है शिकायत
सभी क्लास में एनसीइआरटी की किताबें ही पढ़ायी जानी है. कुछ दिनों पहले कई अभिभावकों ने हमसे शिकायत की है कि स्कूल अपनी मरजी की किताबें खरीदने का दबाव अभिभावकों पर डाल रहे हैं.
सुगंधा शर्मा, एडिशनल डायरेक्टर
सीबीएसइ, दिल्ली

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