पटना : राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने आज कहा कि जितने भी हाई-फाई साधु-संत हैं, जिनकी संपत्ति की जांच की जाये. बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की 125वीं जयंती के अवसर पर राजद के प्रदेश मुख्यालय में आज आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लालूप्रसादने उन्होंने योग गुरु बाबा रामदेव को दुनिया और देश का सबसे बड़ा पूंजीपति और व्यापारी बताते हुए आरोप लगायाऔर कहा कि पूर्व में वह स्वयं मुलायम सिंह यादव की तारीफ करते थे, पर बाद में नरेंद्र मोदी और भाजपा के पास चले गये.
लालू ने स्वरुपानंद सरस्वती के साई की पूजा करने के कारण सूखा पड़ने संबंधी बयान की आलोचना की. उन्होंने कहा कि देश को तोड़ने और नफरत फैलाने वाली बात की जा रही है और कुछेक लोग बोलते हैं कि जिसे देश से प्रेम नहीं है वे यहां से बाहर चले जायें. उन्हें यह बताना चाहिए कि उन्होंने यह कैसे परखा कि किसी व्यक्ति विशेष को देश से प्रेम नहीं है.
राजदसुप्रीमो ने आशाराम बापू और उनके पुत्र नारायण साईं के कृत्यों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ये नकली बाबा लोगों को दिग्भ्रमित करते और लोगों की धार्मिक आस्था का गलत इस्तेमाल करते हैं.
उन्होंने आरएसएस और भाजपा का चरित्र अल्पसंख्यक, दलित एवं पिछड़ा विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसको लेकर किसी प्रकार लोगोंमें संदेह नहीं होना चाहिए.
देश में असहिष्णुता को लेकर जारी विवाद की चर्चा करते हुए लालू ने कहा, ‘‘आरएएस तिरंगे के स्थान पर अपना केसरिया झंडा लहराने की मंशा रखता है.’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘ग्रामोदय से भारत उदय’ अभियान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनाव के मद्देनजर और मायावती का वोट तोड़ने के लिए वे इस तरह की बात कर रहे हैं.
भाजपा द्वारा बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर की जयंती मनाने पर कटाक्ष करते हुए लालू ने आरोप लगाया कि भाजपा एवं आरएसएस ‘रंगा सियार’ बनने के रास्ते पर चल रहे हैं. लालू ने आरएसएस और भाजपा पर दलित एवं पिछड़ा विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि यही वही लोग हैं, जिन्होंने जननायक कर्पूरी ठाकुर की मूर्ति तोड़ी थी और अब यही लोग अंबेडकर और कर्पूरी जी की जयंती मना रहे हैं.
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर नहीं होते तो वह आज इस कुर्सी पर नहीं होते और उनके साथ-साथ लोकनायक जयप्रकाश नारायण, राममनोहर लोहिया और जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के विरासत को वह आगे बढ़ा रहे हैं. आरएसएस के संस्थापक आरएस गोलवलकर की पुस्तक ‘बंच आफ थाट’ में आरक्षण को लेकर की गयी टिप्पणी की चर्चा करते हुए उन्हाेंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने अपनी पुस्तक कर्मयोग में मैला ढोने वाले लोगों के बारे में कहा कि वे अपने आध्यात्मिक सुख के लिए ऐसा करते हैं.
लालू ने नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री के गलत समय शपथ लेने का दावा करते हुए आरोप लगाया कि उनके प्रधानमंत्री बनते ही देश में अपशुकन (लोगों की अकाल मौत, सूखा पड़ने और जलसंकट) हो रहा है. बिहार की नीतीश कुमार सरकार के पूर्ण शराबबंदी के निर्णय को क्रांतिकारी बताते हुए लालू ने लोगों से कहा कि वे दूध-दही खाएं, यादव के गुण गाएं और प्रदेश से दारु को भगाएं.
वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी का पहले से शराबबंदी की पक्षधर रही है. उन्होंने केंद्र सरकार पर विभिन्न योजनाओं की राशि में कटौती करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जबतक देश में राजनीतिक एवं सामाजिक स्तर पर समानता नहीं संघर्ष जारी रहेगा.