शराबबंदी : एक पैग दारू दे द, तुरंते हम हो जाइब पूरे ठीक
आनंद तिवारी पटना : गुरुवार दोपहर के 12:30 बजे, एनएमसीएच में बनाये गये नशामुक्ति केंद्र के वार्ड में पहुंचते ही एक भरती मरीज बेड पर लेटा हुआ मिला. फुलवारीशरीफ के रहने वाले इस व्यक्ति को शराब छुड़ाने के लिये परिजनों ने सोमवार को भरती कराया था. 30 बेड के इस नशामुक्ति केंद्र में अभी 14 […]
आनंद तिवारी
पटना : गुरुवार दोपहर के 12:30 बजे, एनएमसीएच में बनाये गये नशामुक्ति केंद्र के वार्ड में पहुंचते ही एक भरती मरीज बेड पर लेटा हुआ मिला. फुलवारीशरीफ के रहने वाले इस व्यक्ति को शराब छुड़ाने के लिये परिजनों ने सोमवार को भरती कराया था. 30 बेड के इस नशामुक्ति केंद्र में अभी 14 मरीज भरती हैं.
यहां लगे दोनों एसी चल रहे थे. वार्ड की दीवार पर 42 इंच स्क्रीन का एक बड़ा टीवी लगा हुआ दिखा. हालांकि टीवी बंद था. कुछ मरीज शतरंज और लूडो का मजा ले रहे थे. साफ-सुथरा वार्ड और यहां भरती मरीजों की देखभाल में जुटे डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ यह अहसास करा थे कि यह केंद्र लड़खड़ाते कदमों का सहारा बन गया है.
दवा नाही, दारू द
अरे तनी दारू द ना, ना होइ त एके पैग इंतजाम कर, भरती करावे से धीरे-धीरे ठीक होइ, दारू दे देबे त तुरंते पूरे ठीक हो जाइब. इस तरह की बातें नशा मुक्ति केंद्र में भरती बिहटा निवासी एक नशेड़ी अपने परिजनों से कर रहा था. कुछ ऐसी ही स्थिति यहां भरती अधिकतर मरीजों की थी.
अब तक 140 लोगों का इलाज
बिहार सरकार द्वारा पूर्ण शराबबंदी कानून लागू करने के बाद एनएमसीएच के नशा मुक्ति केंद्र में अब तक 140 से अधिक मरीजों का इलाज किया जा चुका. इनमें 30 मरीजों को काउंसेलिंग व ट्रीटमेंट कर छोड़ दिया गया. बुधवार तक भरती सभी मरीजों की स्थिति नियंत्रण में है.